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बायजू रवींद्रन ने खोया अरबपति का टैग, Byju’s में संकट के बीच जीरो हुआ नेट वर्थ

Aastha Paswan

Byju's Crisis: Byju's को 2011 में शुरू किया गया था। तब यह तेजी से तरक्की करने वाला भारत का स्टार्टअप बन गया। इसनें 2022 में 22 बिलियन डॉलर के हाइएस्ट वैल्युएशन का दावा किया था। बायजू रवींद्रन ने अपने इनोवेटिव लर्निंग ऐप के साथ एजुकेशन सेक्टर में क्रांति ला दी थी।

Highlights

  • आर्थिक संकट के बीच फंसे बायजू रवींद्रन
  • कंपनी का जीरो हुआ नेट वर्थ
  • बायजू रवींद्रन ने खोया अरबपति का टैग 

अरबपतियों की लिस्ट में हटाया गया बायजू रवींद्रन का नाम

संकट से जूझ रही एडटेक कंपनी बायजूस ( Byju's Crisis) के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने एक साल पहले दुनिया के सबसे अमीरों की लिस्ट में शामिल थी। 2023 की शुरुआत में उनकी कुल संपत्ति (Byju Raveendran Net Worth) 17,545 करोड़ (2.1 बिलियन डॉलर) थी. लेकिन अब उनका नेट वर्थ जीरो हो गया है। हाल ही में जारी फोर्ब्स बिलियनेयर इंडेक्स 2024 (Forbes Billionaire Index 2024) में इसकी जानकारी दी गई है। बायजू रवींद्रन (Byju Raveendran) की कुल संपत्ति में ये भारी गिरावट उनकी स्टार्टअप कंपनी Byju's में नकदी संकट को लेकर आई है। इसने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम पर भी काफी असर डाला है।

फोर्ब्स ने कही ये बात

फोर्ब्स ने कहा, "पिछले साल की लिस्ट से सिर्फ 4 लोग इस बार लिस्ट से बाहर हुए हैं. इनमें पूर्व एडटेक स्टार बायजू रवींद्रन भी शामिल हैं. उनकी फर्म Byju's कई संकटों से घिरी हुई थी. लिहाजा ब्लैकरॉक (BlackRock)इसका वैल्यूएशन घटाकर 1 बिलियन डॉलर कर दिया था, जो 2022 में इसके हाइएस्ट 22 बिलियन डॉलर के वैल्युएशन का सिर्फ एक हिस्सा है।"

ऐसे रखा स्टार्टअप की दुनिया में कदम

स्टार्टअप की दुनिया में ऊंची उड़ान भरने वाले एडटेक बायजूस के संस्थापक बायजू रवींद्रन अर्श से फर्श पर आ गए हैं। उनकी कुल संपत्ति ₹17,545 करोड़ से शून्य हो गई। 'दुनिया के सबसे अमीर' की सूची में बायजू की दौलत का शून्य हो जाना स्टार्टअप के सामने आने वाली उथल-पुथल को दर्शाती है।


हाल ही में जारी फोर्ब्स बिलियनेयर इंडेक्स 2024 के अनुसार भारत की एडटेक दिग्गज कंपनी बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन की संपत्ति में नाटकीय गिरावट आई है। उनकी कुल संपत्ति ₹17,545 करोड़ (2.1 अरब डॉलर) से घटकर शून्य हो गई है।
Byju's को 2011 में शुरू किया गया था। तब यह तेजी से तरक्की करने वाला भारत का स्टार्टअप बन गया। इसनें 2022 में 22 बिलियन डॉलर के हाइएस्ट वैल्युएशन का दावा किया था। बायजू रवींद्रन ने अपने इनोवेटिव लर्निंग ऐप के साथ एजुकेशन सेक्टर में क्रांति ला दी थी। Byju's में प्राइमरी स्कूल से लेकर एमबीए स्टूडेंट्स को सर्विस दी जाती है। हालांकि, हालिया वित्तीय खुलासों और बढ़ते विवादों ने इस एडटेक कंपनी को काफी नुकसान पहुंचाया है।

BYJU'S ने सभी ऑफिस किए बंद

कंपनी की मुश्किलें तब उजागर हुईं, जब Byju's ने मार्च 2022 को खत्म होने वाले फाइनेंशियल ईयर के लिए अपने लंबे समय से पेंडिंग रिजल्ट जारी किए. इसमें 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा का नेट लॉस सामने आया। इस निराशाजनक फाइनेंशियल परफॉर्मेंस की वजह से बड़े इंवेस्टर ब्लैकरॉक ने Byju's के वैल्युएशन को घटाकर मात्र 1 बिलियन डॉलर कर दिया। ये कंपनी के सबसे निचले वैल्युएशन को दिखाता है।

स्टेकहोल्डर्स को हटाने के लिए की थी वोटिंग

कंपनी की गिरते परफॉर्मेंस के लिए बायजू रवींद्रन को कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा है। प्रोसस एनवी और पीक एक्सवी पार्टनर्स समेत कंपनी के स्टेकहोल्डर्स ने पिछले महीने रवींद्रन को CEO पद से हटाने के लिए वोटिंग की थी।

पुनर्गठन का प्रयास और कर्मचारियों की छंटनी

अपनी वित्तीय दिक्कतों को दूर करने के लिए बायजू ने अपने ऑपरेटिंग स्ट्रक्चर को आसान बनाने, लागत कम करने और कैश फ्लो मैनेजमेंट में सुधार करने के लिए अक्टूबर 2023 में अपने बिजनेस को रिस्ट्रक्चर करना शुरू किया। इस पुनर्गठन के कारण 500 से अधिक कर्मचारियों के पेट पर लात पड़ी औ वे छंटनी के शिकार हो गए। पिछले तीन महीनों से सैलरी में देरी के कारण कंपनी को और भी छंटनी का सामना करना पड़ रहा है।


स्टार्टअप अब डूबने की कगार पर

Byju's का फॉरिन इंवेस्टमेंट भी ED की जांच के दायरे में
वहीं, Byju's का फॉरिन इंवेस्टमेंट भी ED की जांच के दायरे में आ गया है. ED ने रवींद्रन के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया. इसके साथ ही ED ने विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (FEMA) के तहत 9362 करोड़ रुपये से अधिक के कथित उल्लंघन पर Byju's की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न को 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया था।

189 लोगों ने खोया अरबपति का रुतबा

फोर्ब्स ने अपनी वार्षिक वर्ड्स बिलेनियर लिस्ट 2024 जारी की, जिसमें 14.2 ट्रिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ रिकॉर्ड 2,781 अरबपतियों को शामिल किया गया। हालांकि, सभी अरबपतियों के लिए यह साल शुभ नहीं रहा, क्योंकि सूची में शामिल एक चौथाई लोगों की संपत्ति में 2023 की तुलना में गिरावट देखी गई। इसके अलावा, 189 अरबपतियों की संपत्ति 1 अरब डॉलर से कम हुई तो उनकी अरबपति का दर्जा छिन गया।

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