Live-in relationship: आजकल बहुत से कपल्स शादी से पहले साथ रहना पसंद करते हैं और धीरे-धीरे लाइव-इन रिलेशनशिप में रहना कॉमन हो गया है। न सिर्फ कपल्स बल्कि दुनिया में कई ऐसे रिश्ते हैं जिनको साथ रहने के लिए कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है फिर उसी वजह से उनके बीच तनाव भी पैदा होता है। जैसे दो भाइयों का रिश्ता, मां-बेटे या फिर पति-पत्नी और बॉयफ्रेंड-गर्लफ्रेंड के बीच का रिश्ता भी हो सकता है। सारे रिश्ते एक जैसे नहीं होते हैं। दुनिया भर का कोई भी रिश्ता हमेशा शांति के साथ नहीं चल सकता सभी में कुछ न कुछ विवाद होता है। इससे यह पता चलता है कि, दोनों के पास अपनी बात कहने की पूरी आजादी है। खैर, आज हम ऐसे कपल्स के बारे में बात कर रहे हैं जो रिलेशनशिप में रहते हुए बिन शादी एक साथ एक ही घर में रहना पसंद करते हैं यानि लाइव-इन रिलेशनशिप में रहना उन्हें पसंद होता है। लेकिन यह कदम उठाने से पहले कपल्स को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जो कपल्स लाइव-इन रिलेशनशिप में रहना चाहते हैं उसके लिए बहुत प्रयास करने के बाद भी उन्हें सफलता मिल ही जाये यह जरुरी नहीं क्योंकि भारत में आज भी बहुत सी फैमिली इस ट्रैंड को गलत मानती हैं इसलिए इसमें रहना मुश्किल होता है। जिससे कपल्स के मानसिक स्वास्थ्य पर भी गलत प्रभाव पड़ता है। ऐसी बात नहीं है कि, लाइव-इन रिलेशनशिप में रहने के लाभ और हानि दोनों होते हैं, आज हम लाइव-इन रिलेशनशिप के लाभ के बारे में बात करने वाले हैं।
एक साथ रहने से दोनों के बीच एकता बढ़ती है साथ ही साथ इमोशनल बॉन्डिंग भी दोनों के बीच बनती है। इससे मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है। हमेशा एक पार्टनर को दूसरे का जब साथ मिलता है तो उससे दोनों के बीच एक पॉजिटिव एनर्जी पैदा होती है। इससे यह भी पता चलता है कि, दोनों एक दूसरे के साथ रहने के लिए कितने परफेक्ट हैं।
लिव-इन रिलेशनशिप में रहने के लिए सबले अहम और महत्वपूर्ण होता है एक दूसरे की मदद करना। इसलिए जब आप साथ रहते हैं तो किसी एक पर सारी जिम्मेदारियां नहीं थोपनी चाहिए। एक दूसरे के काम में हाथ बटाएं और काम बाटें। ऐसे आप एक दूसरे को अच्छें से समझ सकते हैं। दूसरी तरफ आपकी नजरों में एक दूसरे की अहमियत बढ़त है।
एक साथ रहने से साथी के बारे में पता चलता है आप अपने साथी की आदतें, स्वभाव और गुणों को अच्छी तरह से समझ पाएंगे। इससे दोनों के बीच इमोशनल इंटेलिजेंस बढ़ेगी और एक दूसरे को अच्छी तरह समझ सकते हैं। और खुद को अपने साथी की जरूरतों के हिसाब से ढ़ाल सकते हैं।
जिन लोगों को शादी क लेकर डाउट होता है या शादी करने में कोई जल्दबाजी नहीं करना चाहत हैं उन कपल्स के लिए यह एक बेहतर ऑप्शन होता है। ऐसे में वह एक साथ रहते हैं और एक दूसरे के साथ समय बीताते हैं। इससे उन्हें एक-दूसरे को अच्छे से समझने का मौका मिल जाता है। जिससे उनका रिश्ता भी मजबूत होता है।
लिव-इन रिलेशनशिप यानि बिना शादी के एक दूसरे के साथ रहते हैं। ऐसे में वो कपल्स जो सोचते हैं कि शादी करने से उनकी स्वतंत्रता पर दबाव पड़ता है। वे कोई भी फैसला खुद नहीं ल पाते हैं। ऐसे में वह कपल्स लिव-इन में रहने से एक-दूसरे को अच्छे से समझ सकते हैं और एक दूसरे के साथ सार काम कर सकते हैं।
लिव-इन रिलेशनशिप में रहने से आपको यह पता चल सकेगा कि आपका साथी किसी भी दुःख या परेशानी में आपका साथ दे रहा है या आपको छोड़कर भागने या इग्नोर करने का प्रयास कर रहा है। एक सही और सच्चा पार्टनर हर मुसीबत में आपके साथ खड़ा रहेगा और आपकी परेशानी सुनकर आपको उससे निकालने के लिए कोई न कोई हल निकालने का प्रयास करेगा। यदि उससे समस्या का हल नहीं भी निकलेगा तब भी वह कोशिश करेगा और आपका ढांढस बांध कर रखेगा साथ ही आपको खुश रखने की भी लगातार कोशिश करेगा। लेकिन यदि वह आपकी परेशानी को नहीं समझ रहा है और सिर्फ आपको टाल रहा है या उल्टा आप पर ही गुस्सा करता है तो इसका मतलब वह आपसे प्यार नहीं करता है सिर्फ आपके साथ टाइमपास कर रहा है। इस तरह के रिश्ते से जल्द निकलना आपको राहत देगा।