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नाइट्रोजन सुंघाने से लेकर सिर काटने तक…. दुनियाभर में तड़पा-तड़पा कर दी जाती हैं मौत की ये सजा

Desk News

अमेरिकी राज्य अलबामा में हत्या के एक दोषी को नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मौत की सजा दी जाएगी। इससे पहले राज्य में इसी तरीके से एक दोषी को सजा दी जा चुकी है और उसकी काफी आलोचना भी हुई थी। अलबामा के गवर्नर के आइवे ने एलन यूजीन मिलर की सजा की तामील के लिए 26 सितंबर की तारीख तय की है। मिलर को 1999 में तीन लोगों की हत्या का दोषी ठहराया गया था। गवर्नर के कार्यालय ने बताया कि मिलर को नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मौत की नींद सुलाया जाएगा। अलबामा की अदालत ने एक सप्ताह पहले दोषी को नाइट्रोजन गैस से मृत्युदंड देने की अनुमति दी थी, जिसके बाद गर्वनर ने सजा की तारीख तय की। इससे पहले जनवरी में अलबामा में केनेथ स्मिथ को नाइट्रोजन गैस के जरिए सजा दी गई थी। 25 जनवरी को जब स्मिथ को नाइट्रोजन गैस सुंघाकर सजा दी जा रही थी तो वह काफी देर तक तड़पता रहा, उसको दौरे पड़ने लगे और उसका शरीर ऐंठ गया था। दोषी को नाइट्रोजन गैस सुंघाने के लिए फेस मास्क का उपयोग किया गया। दोषी को जैसे ही वह सुंघाई गई कुछ समय में ही तड़प-तड़प कर उसकी मौत हो गई।

  • अलबामा में हत्या के एक दोषी को नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मौत की सजा दी जाएगी
  • इससे पहले राज्य में इसी तरीके से एक दोषी को सजा दी जा चुकी है
  • मिलर को 1999 में तीन लोगों की हत्या का दोषी ठहराया गया था

दुनियाभर में हुआ विरोध

यदि आप सोच रहे हैं कि नाइट्रोजन गैस व्यक्ति के अंदर ऐसा क्या करती है जिससे उसकी मौत हो जाती है तो इस गैस को सूंघने से व्यक्ति के शरीर से ऑक्सीजन खत्म हो जाती है और सांस न आने की वजह से व्यक्ति की तड़प-तड़प कर मौत हो जाती है। नाइट्रोजन गैस सुंघाकर मृत्युदंड देने की इस प्रक्रिया का देश और दुनिया में बहुत विरोध हुआ था। लोगों ने इस तरीके को बेहद अमानवीय करार दिया था और मौत की सजा की तामील के लिए अन्य तरीका तलाशने का अनुरोध प्रशासन से किया था। इस बारे में संयुक्त राष्ट्र की तरफ से भी बयान दिया गया था, मानवाधिकारों के लिए संयुक्त राष्ट्र के उच्चायुक्त ने इसे क्रूरता बताते हुए कहा यह हद और मनुष्य की गरिमा के खिलाफ है। नाइट्रोजन गैस से सजा जब अमेरिका में पहली बार दी गई तो इसके कड़े विरोध का एक कारण यह भी रहा कि यहां जहरीला इंजेक्शन लगाकर मौत की सजा देने का प्रावधान ज्यादा रहा है। न सिर्फ अमेरिका बल्कि दुनियाभर के कई देशों में इसी क्रूर और दिल दहला देने वाली सजा अपराधियों को दी जाती हैं। दुनिया में कई देशों अपराधियों को फांसी ही नहीं बल्कि अनेक तरीकों से मौत की सजा दी जाती है।

कहां किस सजा का प्रावधान?

दुनिया के कई देशों में अपराधी को सीधा गोली मार कर उड़ाने का तरीका अपनाया जाता है। दुनिया में लगभग 73 ऐसे देश हैं जहां क्रिमिनल को मौत की सजा देने के लिए गोली से उड़ा दिया जाता है। 73 देशों में से 45 देशों में फायरिंग स्क्वॉड मौत की सजा अपराधी को देता है। अन्य बचे 28 देशों में गोली मारने के अलावा दूसरे तरीकों का भी इस्तेमाल होता है। दुनियाभर में 58 देश ऐसे हैं जिनमें अपराधी को फांसी की सजा दी जाती है इन देशों में भारत भी आता है। भारत में सिर्फ फांसी के द्वारा ही मृत्युदंड दिया जाता है और भारत के साथ ही 33 देशों में फांसी से मृत्युदंड दिया जाता है। बाकि के 25 देशों में फांसी के साथ ही कई अन्य तरीकों से मृत्युदंड दिया जाता है। वहीं दुनिया के 97 देश ऐसे भी हैं जहां मौत की सजा का प्रावधान अब नहीं है।

यहां अपराधियों पर बरसाए जाते हैं पत्थर

आपको जानकर हैरानी होगी कि, दुनियाभर में 6 देश ऐसे भी हैं जहां अपराधी अपराध करने से पहले 100 बार सोचते हैं क्योंकि इन 6 देशों में अपराधियों को पत्थर मार-मार कर मौत के घाट उतार दिया जाता है। इसके अलावा इससे भी ज्यादा भयंकर और दिल दहला देने वाली सजा दुनिया में 3 देश देते हैं इन देशों में अपराधी का सर काट कर उसे धड़ से अलग कर दिया जाता है जिसके बाद अपराधी तड़प-तड़प कर मारा जाता है। अब दुनिया के 5 देश ऐसे हैं जहां जहरीला इंजेक्शन देकर अपराधी को मौत की सजा दी जाती है। अमेरिका भी इन्हीं पांच देशों में से एक है जिसमें अब दूसरी बार नाइट्रोजन गैस का इस्तेमाल किसी अपराधी को सजा देने के लिए किया जा रहा है। आपको बता दें कि अमेरिका में इलेक्ट्रोक्यूशन यानी करंट लगाना, फांसी और गोली मारने का तरीका भी सजा देने के लिए अपनाया जाता है। वहां अपराध करने से पहले अपराधियों की रूह कांप उठती है।

इन देशों में फांसी की सजा का प्रावधान

यदि हम ऐसे देशों की बात करें जहां फांसी की सजा देने का प्रवधान बनाया गया है तो इनमें भारत सहित पाकिस्तान, मलेशिया, बारबाडोस, बोत्सवाना, तंजानिया, जाम्बिया, जिंबाब्वे, दक्षिण कोरिया, अफगानिस्तान, सूडान जैसे देश शामिल हैं। अफगानिस्तान और सूडान जैसे देशों में फांसी के अलावा अपराधी को गोली मारने और पत्थर मार-मार कर मृत्युदंड दी जाता है। इसके अलावा बांग्लादेश, केमरून, सीरिया, युगांडा, कुवैत, ईरान और मिस्र भी ऐसे देश हैं जहां अपराधी को गोली मारकर और फांसी पर लटकाकर उसकी जान छीन ली जाती है। यमन, बहरीन, चिली, थाइलैंड, इंडोनेशिया और अर्मेनिया जैसे देशों में भी अपराधी को गोली से उड़ाने का तरीका मान्य है। चीन और फिलीपींस के साथ ही पांच अन्य देशों में जहरीला इंजेक्शन अपराधी को दिया जाता है। इस तरह से दुनियाभर में एक नहीं बल्कि कई तरीकों से अपराध पर कंट्रोल किया जाता है।