Summer Vacation: लगभग अधिकतर बच्चों के स्कूलों में गर्मियों की छुट्टियां शुरू हो चुकि हैं। अब कुछ दिन घर पर ही रहेंगे बच्चे। तो कुछ बच्चे अपने नाना-नानी के घर अपनी छुट्टियां मनाने जाते हैं। अगर इस गर्मियों की छुट्टियों में आप बच्चों को नानी के घर नहीं लेकर जाना चाहते थे। ऐसे में आप उन्हें कुछ नया करने, नया सोचने या फिर किसी नई जगह पर जाकर कुछ मनपसंद चीजें देखने का अवसर दे सकती हैं। इसमें उनकी मस्ती भी होगी और कुछ नई सीख भी मिलेगी
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बदलते समय के साथ वेकेशन एंजॉयमेंट का तरीका भी बदल रहा है। पहले जहां बच्चों की गर्मी की छुट्टियां दादी-नानी मां के घर पर बीतती थीं वहीं अब प्रोजेक्ट और होमवर्क पूरा करने में बीतती हैं। जिसमें कई बार वेकेशन का पता ही नहीं चलता। तो अगर आप बच्चों के समर वेकेशन को बोरिंग नहीं एंजॉयफुल बनाना चाहते हैं तो इन एक्टिविटीज में करें उन्हें इंगेज। गर्मी के मौसम में लगभग सभी स्कूलों में समर वेकेशन मिलता है। इन दिनों को बच्चों को कुछ नया सिखाने के लिए बहुत महत्वपूर्ण समझा जाता है। समर वेकेशन में बच्चे पढ़ाई और अपना हॉलीडे होमवर्क पूरा करने के अलावा और भी कई काम कर सकते हैं। बच्चे अपने समर वेकेशन में ऐसी एक्टिविटीज कर सकते हैं जिनका फायदा उन्हें आगे तक मिल सके या आगे करियर बनाने में ये काम आए। ये एक्टिविटीज फन, रिलैक्सिंग और सुपर हेल्फुल हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको कुछ ऐसी एक्टिविटीज के बारे में बता रहे हैं, जो बच्चे इन समर वेकेशंस में कर सकते हैं।
बच्चों को बचपन से ही ऐसी आदतें डलवाएं जो बढ़ती उम्र में उनके लिए फायदेमंद साबित हो, जिसमें से एक है वर्कआउट। बेशक उनसे वेट ट्रेनिंग या कॉर्डियो नहीं करवाना है लेकिन योग, रस्सी कूदना, सीढ़ी चढ़ना-उतरना जैसी एक्टिविटीज़ करने में उन्हें मज़ा भी आएगा और इससे उनकी सेहत भी चुस्त-दुरुस्त रहेगी।
ये फिजिकल और मेंटल दोनों के ही लिए बेस्ट होता है। इंडोर गेम्स का मतलब ये नहीं कि आप बच्चों के हाथ में मोबाइल थमा दें बल्कि उन्हें शतरंज, कैरम जैसे गेम्स खेलना खिलाएं और अगर उन्हें पहले से थोड़ा बहुत आता है तो उनके साथ कॉन्पिटिशन करें। इससे उन्हें मजा भी आता है और वो उसे आगे सीखने के लिए भी उत्सुक रहते हैं।
ऐसा ही आउटडोर गेम्स के साथ भी है। बैंडमिंटन, कबड्डी, क्रिकेट, फुटबॉल इनमें बच्चों को ज्यादा मजा आता है। तो बच्चों को ऐसी एक्टिविटीज में इंगेज रखकर उनके साथ आप खुद को भी हेल्दी और हैप्पी रख सकते हैं।
आजकल हिंदी और इंग्लिश के अलावा और भी कई भाषाएं इंडिया में पॉपुलर हो रही हैं। कोई नई या अलग भाषा सीखने का फायदा बच्चे को आगे चलकर अपने करियर में भी हो सकता है। कोई नई लैंग्वेज सीखने का बेस्ट या गलत समय नहीं होता है। नई लैंग्वेज सीखने से आपको जॉब के इंटरव्यू में मदद मिलेगी, आप किसी नई संस्कृति को जान पाएंगे और कभी-कभी ट्रैवल करने पर भी इसका फायदा हो सकता है। जब आपकी कई भाषाओं पर पकड़ होती है, तो इससे आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
कोरोना के बाद लॉकडाउन लगने पर Online क्लासेस का ही सहारा था। इस दौरान कई ऑनलाइन कोर्स भी लॉन्च किए गए। आप इन समर वेकेशन में अपने बच्चे को कोई Online कोर्स करवा सकते हैं। अपने बच्चे की रूचि और जरूरत के हिसाब से आप उसके लिए कोई कोर्स चुन सकते हैं।
ज्यादातर लोग छुट्टियों के दौरान घूमने का ही प्लान बनाते हैं। ट्रिप पर बच्चों को बहुत मजा आता है और इससे उन्हें बाहर की दुनिया भी देखने को मिलती है। इन समर वेकेशन में आप अपने बच्चे को कहीं घुमाने लेकर जा सकते हैं।
आजकल प्रोफेशनल लाइफ में इंग्लिश लैंग्वेज की बहुत डिमांड है। ऐसे में अगर आपके बच्चे की इंग्लिश कमजोर है, तो आप समर वेकेशन में उसे इंग्लिश क्लासेस दिलवा सकते हैं। इस क्लास की मदद से बच्चे की ग्रामर और वोकैबलरी मजबूत होगी।
पढ़ाई से अलग भी बच्चों को नए-नए टैलेंट सीखने के लिए प्रोत्साहित करते रहें। समर वेकेशन में उन्हें जिस भी चीज़ में रुचि हो उसकी अलग से क्लासेज़ ज्वॉइन करवा दें। सिंगिंग, वाद्य यंत्र बजाना, डांसिंग, पेंटिंग जैसी बहुत सारी एक्टिविटीज़ हैं जो न सिर्फ दूसरे बच्चों से आपके बच्चों को अलग बनाएंगी बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ाती हैं।