Relationships Myths: किसी के भी साथ लव रिलेशनशिप में आना बहुत आसान है शुरुआत में यह एक खूबसूरत अहसास देता है लेकिन समय के साथ-साथ रिश्ते को संभाल कर रखना एक बड़ी जिम्मेदारी बन जाता है। रिश्ते को सक्सेसफुल बनाने के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है उसमें विश्वास बना कर रखना। यदि रिश्ते में विश्वास नहीं बना रहेगा तो रिश्ता लम्बे समय तक नहीं चल पायेगा। प्रेम के साथ ही विश्वास की नींव पर किसी भी रिश्ते को सींचा जा सकता है ये दोनों ही चीजें एक रिलेशनशिप को मज़बूत बनाने के लिए बहुत जरुरी हैं। प्यार या रिलेशनशिप को लेकर सभी के एक जैसे विचार नहीं होते हैं सबका अपना अलग-अलग मत हो सकता है। प्यार को लेकर कई तरह के मिथ्स बने हुए हैं जिनपर बहुत से लोग बड़ी ही आसानी से विश्वास कर लेते हैं जिससे रिश्तों में दिक्कतें आ सकती हैं ये मिथक रिश्ते में अनावश्यक समझौतों का एक बड़ा कारण बनते हैं। इस लेख के द्वारा हम आपको बताएंगे कि रिलेशनशिप में कौन-कौन से मिथक फेमस हैं जिनपर भरोसा करने से पहले आपको 100 बार सोच लेना चाहिए।
कुछ लोगों के अनुसार पार्टनर का किसी दूसरे या अपने फ्रेंड से फ़ोन पर, सामने से या हंस कर बात करने से बुरा लगना या असुरक्षित महसूस करना प्रेम का एक संकेत है। यदि आप भी इसी भ्रम में जी रहे हैं तो ऐसा बिलकुल भी नहीं हैं। ये कोई प्रेम नहीं है बल्कि यह ईर्ष्या है। साथी के साथ असुरक्षित या ईर्ष्या होना कमजोर रिश्ते की एक निशानी है। हां लेकिन यदि आपका साथी किसी के ज्यादा ही नजदीक जा रहा हो तो यह ईर्ष्या हो सकती है। लेकिन बात-बात पर असुरक्षित महसूस करना आपके कमजोर विश्वास की निशानी है। इस मिथक पर भरोसा करने छोड़ दें कि, साथी को ईर्ष्या होना उसका प्यार है क्योंकि ऐसा नहीं है। रिश्ते में असुरक्षित होना विश्वास खत्म करता है जिससे रिश्ता टूट सकता है।
बहुत से लोग इस मिथ पर यकीन करते हैं कि, शादी और बच्चों की जिम्मेदारी से रिश्ता बच सकता है। जी नहीं, यदि आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो, बिल्कुल न सोचें क्योंकि शादी उसी के साथ करें जो आपको समझे और जानें। यदि आप किसी से प्रेम में आकर उससे शादी कर लेते हैं तो यह भारी पड़ सकता है क्योंकि शादी करना और बच्चों की जिम्मेदारी लेना एक बहुत बड़ी बात है जो शायद शादी के बाद आपका पार्टनर न ले पाए, वह अपनी जिम्मेदारी से भाग सकता है, जिससे बच्चों के साथ-साथ माता-पिता का जीवन भी प्रभावित होता है। जो व्यक्ति शादी से पहले अपनी जिम्मेदारियां नहीं समझ पा रहा है यदि आप उससे शादी कर लेंगे तो क्या वह विवाह के बाद अपनी जिम्मेदारियां समझ पायेगा?
लोगों के बीच एक मिथ बहुत फेमस है जो यह है जो एक-दूसरे से प्रेम करते हैं वे बिन कुछ कहे ही एक दूसरे की भावनाओं को समझ सकते हैं लेकिन इस मिथ में ज़रा भी सच्चाई नहीं है। जब तक अपने साथी के साथ आप अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं करते हैं तब तक वह आपकी बात को नहीं समझ सकता है। अक्सर दूसरों की बातों में आकर या कहीं से सुनकर एक पार्टनर अपने साथी से यह उम्मीद कर सकता है कि, वह बिना कुछ कहे ही उनकी भावनाओं को समझ ले, लेकिन बिना बात किये या किसी भी बात को समझना मुश्किल है। यह मिथ कपल्स के बीच लड़ाई का एक बड़ा कारण बन सकता है इसलिए इसपर भरोसा न करना ही आपके रिश्ते को बचा सकता है।
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि, रिश्ते में कुछ भी छिपाना अपने साथी पर चीटिंग करना है लेकिन यह सोच बिल्कुल गलत है। यदि आप रिश्ते में किसी बात को अपने साथी के साथ शेयर करने को लेकर कम्फर्टेबल नहीं हैं तो इसका मतलब साथी के साथ धोखा नहीं होता है। रिलेशनशिप में भी व्यक्ति की अपनी एक पर्सनल लाइफ होती है जरुरी नहीं हैं कि, सबकुछ शेयर किया जाये। एक दूसरे के ऊपर विश्वास बनाये रखना बहुत महत्वपूर्ण है।