हरयाणा

बैठक में अधिकारियों की गैरमौजूदगी से नाराज हुए अनिल विज

Shera Rajput

भाजपा शासित हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज गुरुवार को अपने विधानसभा क्षेत्र अंबाला कैंट पहुंचे। यहां पर मीटिंग के दौरान कई अधिकारियों के अनुपस्थिति पर उन्होंने नाराजगी जाहिर की।

हरियाणा सरकार कैबिनेट मंत्री का पार्टी कार्यकर्ता और उनके समर्थकों ने किया जोरदार स्वागत

दरअसल, हरियाणा सरकार कैबिनेट मंत्री अंबाला कैंट पहुंचे, जहां पर पार्टी कार्यकर्ता और उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। यहां पर अनिल विज को अधिकारियों के साथ एक मीटिंग थी, लेकिन इस मीटिंग में एडीसी और एसडीएम के अलावा कुछ ही अधिकारी मौके पर मौजूद थे, जिस पर भाजपा नेता गुस्सा हो गए। अनिल विज ने अधिकारियों से इसका जवाब मांगा है।

अनिल विज ने बैठक में नहीं शामिल होने के लिए अधिकारियों से मांगा जवाब

पत्रकारों से बात करते हुए अनिल विज ने कहा कि बैठक में नहीं शामिल होने के लिए अधिकारियों से जवाब मांगा गया है, अगर इसमें किसी तरह की लापरवाही मिली, तो कार्रवाई भी होगी। अनिल विज ने आगे कहा कि वो चाहते थे कि अधिकारी बैठक में मौजूद रहे, ताकि काम की बात हो सके। उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन को मिलकर विकास का पहिया चलाना है।

हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार

बता दें कि हरियाणा में लगातार तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बन गई है। नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली। वहीं, अनिल विज ने मंत्री पद की शपथ ली है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। इनके अलावा अलावा भाजपा विधायक कृष्ण लाल पंवार, राव नरबीर सिंह, महिपाल ढांडा, विपुल गोयल ने भी मंत्री पद की शपथ ली।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित एनडीए के तमाम नेता रहे मौजूद

पंचकूला के सेक्टर 5 स्थित दशहरा मैदान में हुए शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और अन्य सीएम, डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री और एनडीए के तमाम नेता मौजूद रहे।

भाजपा ने 90 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की

हरियाणा में 5 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव हुए थे। इसमें भाजपा ने 90 में से 48 सीटों पर जीत हासिल की थी, वहीं कांग्रेस ने 37 सीट पर जीत दर्ज की थी।