हरियाणा

प्रदेश को वापस विकास, भाईचारे के पथ पर लाना हमारी प्राथमिकता : दीपेन्द्र हुड्डा

दीपेंद्र हुड्डा ऐलनाबाद स्थित अनाज मंडी में पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल द्वारा आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे।

Desk Team

सिरसा : ऐलनाबाद में कांग्रेस सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की जनक्रांति यात्रा में लाखों लोगों ने शिरकत की जिससे यह बात साफ होती है कि प्रदेश के लोग भाजपा सरकार से पूरी तरह त्रस्त हैं और चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा का दस साल का स्वर्णिम कार्यकाल याद कर उनके नेतृत्व में आस्था रख रहे हैं। दीपेंद्र हुड्डा ऐलनाबाद स्थित अनाज मंडी में पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल द्वारा आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे थे। पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल द्वारा आयोजित जनसभा में पहुंचने पर सांसद दीपेंद्र हुड्डा का पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल व उनके पुत्र सुमित बैनीवाल ने तमाम कार्यकर्ताओं के साथ भव्य स्वागत किया।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा के सम्मान में तमाम कार्यकर्ताओं ने दीपेंद्र हुड्डा जिंदाबाद, भरत सिंह बैनीवाल जिंदाबाद, कांग्रेस पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाए और तालियों से दीपेंद्र का स्वागत किया। सांसद ने भारी जन समूह को संबोधित करते हुए भरत सिंह बेनीवाल को बधाई देते हुए कहा कि हम सब भरत सिंह बेनीवाल जी के साथ खड़े हैं और खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि जनक्रांति यात्रा आने वाले समय में प्रदेश में सत्ता और व्यवस्था परिवर्तन का काम करेगी। सांसद ने भाजपा और इनेलो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा और तथाकथित विपक्षी मगर असलियत में भाजपा के सहयोगी दल इनेलो इन्हें सपनों में भी चौ भूपेंद्र हुड्डा दिखाई देते हैं, ये हमारी ताकत नहीं है बल्कि आप सब की यानि हरियाणा की ढाई करोड़ लोगों के प्यार और आशीर्वाद की ताकत है।

दरअसल, दोनों दलों को सपने में भी चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की लोकप्रियता का डर लगने लगा है। इन दोनों ही दलों को केवल और केवल पूर्व सीएम भूपेंद्र सिहं हुड्डा की लोकप्रियता से डर लगता है। मंच पर बैनीवाल परिवार को दीपेंद्र हुड्डा ने सराहा: सांसद दीपेंद्र हुड्डा जब मंच पर पहुंचे, तो बैनीवाल परिवार ने उनका भव्य स्वागत किया। दीपेंद्र हुड्डा ने अपने संबोधन में कहा कि ऐलनाबाद बेशक इनैलो का गढ़ रहा हो, मगर अब ऐसा नहीं है। आज यह जनसभा विशाल रैली में तबदील हुई है, तो उसका श्रेय भरत सिंह बैनीवाल परिवार को जाता है। इससे स्पष्ट होता है कि अब यह गढ़ इनैलो का नहीं है।

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(दीपक शर्मा)