आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
बदलते मौसम के साथ-साथ लोगों की परेशानियां भी अलग होती जा रही हैं। ज्यादातर उन लोगों के लिए जिन्हें सांस-लंग्स से संबंधित बीमारी है उन्हें सर्दी-गर्मी या बदलते मौसम में खास ख्याल रखने की जरूरत है, क्योंकि ऐसे लोगों के लिए मौसम बदलने पर शारीरिक दिक्कत शुरू हो जाती है। ऐसी स्थिति में बेहद जरूरी है कि अपनी डाइट और लाफस्टाइल का खास ख्याल रखा जाए।
गर्मी में शरीर में पानी की कमी नहीं होनी चाहिए, इसलिए जरूरी है कि खूब पानी पिएं। इस दौरान जितना आप लिक्विड पिएंगे वह शरीर के लिए फायदेमंद होता है। अस्थमा मरीज को ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए।
अस्थमा मरीज तेज गर्मी या हीट वेव के दौरान बाहर नहीं निकलना चाहिए। ज्यादा गर्मी अस्थाम के लक्षणों को बढ़ा सकती है। धूल-मिट्टी के कारण उन्हें अटैक भी पड़ सकता है। साथ ही एलर्जी और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
टेंपरेचर जब बढ़ता है तो इसका सीधा असर शरीर पर पड़ता है। ज्यादा गर्मी में एक्सरसाइज करने से अस्थमा मरीज के शरीर में पानी की कमी हो सकती है। इसके साथ ही उन्हें सांस फूलने की बीमारी भी हो सकती है।
बाहर कदम जाते समय N95 मास्क जरूर पहने जिससे बाहर की धूल-मिट्टी से आपको परेशानी न हो।
बाहरी व्यायाम करने से परहेज करें और सांस लेने वाले व्यायाम पर ज्यादा ध्यान दें।
आवश्यक दवाओं और इनहेलर का स्टॉक पहले से करके रखें।
तनाव समस्या ज्यादा बढ़ा सकता है इसलिए चिंता और तनाव के स्तर पर नियंत्रण बनाए रखें।
धूम्रपान से दूरी बनाए रखें क्योंकि सिगरेट का धुंआ आपकीू परेशानी बढ़ाने का कारण बन सकता है।
छाती में कफ का जमाव रोकने के लिए दिन में 2 बार भाप जरूर लें।