स्वास्थ्य और जीवनशैली

Covid-19: फ्लू की तरह है Covid-19 का नया वेरियंट JN.1, 6 लक्षण, भूलकर भी न करें नजरअंदाज

Aastha Paswan

Covid-19: कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है। बीते दिनों सामने आए Covid-19 JN.1 वेरिएंट ने दुनियाभर में लोगों की परेशानी फिर से बढ़ा दी है। यह स्ट्रेन कोरोना के अन्य सभी वेरिएंट्स से ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। अन्य स्ट्रेन की तरह इसके लक्षण भी काफी अलग है।

Highlights

  • कोरोना के नए सब-वेरिएंट ने बढ़ाई लोगों की चिंता
  • नए स्ट्रेन के सामने आने के बाद से भी एक बार फिर बढ़ा कोरोना
  • इसी बीच अब इस नए वेरिएंट के कुछ नए लक्षणों से रहें सावधान

कोरोना महामारी ने एक बार फिर दी दस्तक

कोरोना महामारी ने एक बार फिर दस्तक दे दी है। कुछ समय से जहां इसके मामलों में कमी देखने को मिल रही थी, वहीं बीते साल के अंतिम महीने में इसके नए स्ट्रेन से फिर से लोगों की चिंता बढ़ा दी। कोरोना के भयानक मंजर से आज तक कई लोग उभर नहीं पाए हैं। ऐसे में एक-एक कर सामने आ रहे इसके नए स्ट्रेन्स लगातार चेतावनी बनकर उभर रहे हैं। वहीं बीते दिनों सामने आए कोरोना के नए स्ट्रेन JN.1 को कोविड-19 के सबसे खतरनाक और वर्तमान में प्रमुख वेरिएंट में से एक माना जा रहा है।

Health Experts की रिपोर्ट

Health Experts की मानें तो कोरोना का यह वेरिएंट भी इस वायरस के सबसे संक्रामक वेरिएंट में से एक है। ऐसे में हमें कुछ खास सावधानियां बरतनी चाहिए। कोरोना के इस नए वेरिएंट के कुछ नए लक्षण सामने आए हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से इसकी पहचान कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है कोविड-19 जेएन.1 के 6 नए लक्षण

पाचन संबंधी समस्या

JN.1 कोरोना के आम लक्षणों से अलग है। कोरोना के आम लक्षणों से अलग JN.1 स्ट्रेन से पीड़ित लोगों में पेट से जुड़ी परेशानियां हो रही है। इसमें मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण सामने आए हैं, जिसका मतलब है कि इस बार वायरस ने पाचन तंत्र पर कबजा कर लिया है। हालिया स्टडी में इन मरीजों में डाइजेस्टिव डिजीज के बढ़ते खतरे को उजागर किया गया है, जो उनके ठीक होने के एक साल बाद तक बना रहता है।

नींद न आना

इस वायरस के इस नए स्ट्रेन के नए लक्षणों में नींद न आना भी शामिल है। यानी जो व्यक्ति कोविड-19 के JN.1 सबवेरिएंट से संक्रमित है,  उन्हें रात में अचानक नींद आने में समस्या हो सकती है। इस वेरिएंट में संक्रमित व्यक्ति में नींद से जुड़ी समस्या पैदा करने की क्षमता है। हालांकि, अभी इसके पीछे के कारणों पता नहीं चला है।

सांस फूलना और खांसी होना

कोरोना के सभी वेरिएंट्स के प्रमुख लक्षणों की ही तरह JN.1 भी रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है। अगर आपको लंबे समय तक खांसी है और सांस लेने में तकलीफ होती है, तो यह JN.1 हो सकता है।

चिंता और बेचैनी टॉप 5 लक्षणों में शामिल

अगर कोई व्यक्ति Covid-19 JN.1 से संक्रमित है, उसे चिंता और बेचैनी का अनुभव हो सकता है। यह JN.1 वेरिएंट के विशेषज्ञों द्वारा बचाए गए टॉप 5 लक्षणों में से एक है।

अत्यधिक थकान और ऐंठन

अगर आपको भी तेज बुखार के साथ ही मांसपेशियों में दर्द और थकावट होती है, तो यह JN.1 स्ट्रेन के लक्षण हो सकते हैं। अत्यधिक थकान और ऐंठन कोरोना के इस नए स्ट्रेन के प्रमुख लक्षणों में से एक है।

न्यूरोलॉजिकल लक्षण

JN.1 स्ट्रेन से पीड़ित लोगों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण जैसे सिरदर्द, चक्कर आना या यहां तक ​​कि भ्रम भी दिखाई दे सकते हैं। ये लक्षण चिंताजनक हो सकते हैं और जब ये समस्याएं गंभीर रूप लेती हैं, तो डॉक्टर से संपर्क करना पड़ सकता है।

Covid-19 JN.1 से कैसे सुरक्षित रहें?

कोरोना के इस नए वेरिएंट से बचने के लिए अन्य स्ट्रेन्स की ही तरह कुछ सावधानियों का पालन करना जरूरी है। इसके लिए मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंस रखना और वैक्सीन लगवाने जैसी बातों का ख्याल रखना जरूरी है।

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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