Health Tips: ओवरथिंकिंग एक प्रकार की नकारात्मक आदत है। जो कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकती है। आपने कभी न कभी खुद को ओवरथिंकिंग करते हुए महसूस जरूर किया होगा। यही आदत धीरे-धीरे व्यक्ति को गंभीर रूप से अपना शिकार बना लेती हैं।
छोटी-छोटी बातों पर करते हैं Overthinking
आज की डिजिटल यंग जेनरेशन के अधिकतर लोगों में फोकस की कमी है और वे किसी न किसी की तरीके की मेंटल हेल्थ से जुड़ी समस्या जूझ रहे हैं। मेंटल हेल्थ खराब होने के कई कारण होते हैं और ओवरथिंकिंग इनमें से एक है। इन दिनों कई लोग इसकी प्रभावित है। खासकर यंग जनरेशन में यह ज्यादा आम है।
ओवरथिंकिंग को ऐसे करें हैंडिल
- जो भी काम कर रहे हैं, उससे ब्रेक लें और लंबी गहरी सांस खींचें।
- जो भी स्थिति सामने आते जाती है, उसे स्वीकार कर के उसके अनुसार अगले दिन के टू डू लिस्ट बनाएं और खुद को हर स्थिति में व्यस्त रखें।
- जब ऐसा महसूस हो कि दिमाग अब ओवरथिंकिंग शुरू करने वाला है, तभी उठें और एक छोटा सा वॉक लें, गाना सुनें या फिर अपना फेवरेट स्नैक मंच करें। इससे दिमाग तत्काल डिस्ट्रेक्ट होता है।
- ओवरथिंकिंग करने की जगह दिमाग में आ रही भावनाओं को डायरी में लिखें। भले ही ग्रामर न ठीक हो, या फिर आपके द्वारा लिखी गई बातें फिजूल और बेसिर पैर की हो, तब भी लिखें और फिर मन कुछ हल्का महसूस होने लगे तो इस पेपर को डायरी से हटा भी सकते हैं।
- पैसे आज हैं तो कल नहीं हैं, पैसे के बारे में ओवरथिंकिंग करने से पैसे के साथ समय और स्वास्थ्य भी खराब होता है।
- अधिक बोलने की बजाए अधिक सुनें। बोलने में कुछ अधिक मुंह से निकल जाने पर ओवरथिंकिंग की बाढ़ सी आ जाती है। इससे बेहतर है कि जमीन से जुड़े रहे, लोगों को बातें सुनें और अपनी बात किसी के ऊपर न थोपें।
- समस्याओं की जानकारी होने पर भी उसे हैंडल न कर पाने के कारण ये जेनरेशन मेंटल हेल्थ के सेक्टर की जनसंख्या और भी बढ़ाती है। अनुभवी लोगों के जीवन को आउटडेटेड समझने की जगह उनसे सीखें और ओवरथिंकिंग कर के अपनी समस्याओं को और बढ़ावा न दें।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।