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Health Tips: गिलोय के पत्तों, जड़ और तना, तीनों चीजें बहुत गुणकारी होती हैं। बीमारियों में गिलोय के तने और डंठल का इस्तेमाल किया जाता है। इलाज में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं। जानें इसके फायदों के बारे में।
गिलोय, आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण जड़ी-बूटी के रूप में जाना जाता है। इसके औषधीय गुणों के कारण, यह अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज (Giloy Health Benefits) में इस्तेमाल किया जाता है। इन्हीं वजहों से कई लोग गिलोय को खाना या पीना पसंद करते हैं। गुणों के इस भंडार को अगर आप भी अपनी डाइट में शामिल करने के बारे में सोच रहे हैं, तो उससे पहले आपको इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातों (Health Benefits) के बारे में जान लेना चाहिए। आइए जानें गिलोय के फायदे (Giloy Ke Fayde), इस्तेमाल के तरीके और किन लोगों को गिलोय का सेवन नहीं करना चाहिए।
गिलोय में कई केमिकल कंपाउंड होते हैं, जो इसके औषधीय गुणों के लिए जिम्मेदार होते हैं। इनमें एल्कलॉइड्स, ग्लूकोसाइड्स, टैनिन और अन्य कंपाउंड्स शामिल होते हैं। इनकी वजह से ही यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।
इम्यूनिटी बूस्टर- गिलोय शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करता है। यह अलग-अलग इन्फेक्शन से लड़ने में भी मदद करता है।
एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण- गिलोय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद करते हैं। यह गठिया, जोड़ों के दर्द और अन्य सूजन संबंधी समस्याओं से राहत दिलाने के लिए फायदेमंद हो सकता है।
एंटी-ऑक्सीडेंट- गिलोय में एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो फ्री रेडिकल से लड़ते हैं और सेल्स को डैमेज से बचाते हैं। यह समय से पहले बुढ़ापे को रोकने में भी मदद कर सकता है।
डायबिटीज कंट्रोल- गिलोय ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है, जिससे यह टाइप-2 डायबिटीज को मैनेज करने में सहायक हो सकता है।
हेल्दी लिवर- गिलोय लिवर की काम करने की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है और इसे टॉक्सिन्स से बचाता है।
दुरुस्त पाचन- गिलोय पाचन को सुधारने में मदद कर सकता है और कब्ज और अपच से राहत दिलाता है।