साल 2019 के अंत में आया कोरोना वायरस अभी तक पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, समय के साथ-साथ कोरोना के कई वेरिएंट सामने आते जा रहें हैं जो वैज्ञानिकों के लिए भी परेशानी बनते जा रहे हैं। हाल ही में कोरोना का एक नया वेरिएंट JN.1 सामने आया है जो अब तक के सभी कोरोना वेरिएंट के मुकाबले में सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना का यह नया JN.1 वेरिएंट बहुत खतरनाक होने वाला है। यह इंसान के इम्युनिटी सिस्टम को बिलकुल खराब कर देता है।
अब तक सार्स-कोव-2 वेरिएंट जेएन.1 इंग्लैंड, फ़्रांस, आइसलैंड और अमेरिका में पाया गया है अच्छी बात यह है कि कोरोना का यह खतरनाक वैरिएंट अभी तक भारत में नहीं पाया गया है। कोरोना के इस वैरिएंट को सबसे पहले 25 अगस्त, 2023 को लक्जमबर्ग में पहचाना गया था उसके बाद इस वेरिएंट के मरीज अब अन्य देशों में फिर से पाए गए हैं जिसके बाद इसका खतरा बढ़ गया है।
वैज्ञानिकों के अनुसार अभी तक जितने भी कोरोना के वेरिएंट मिले हैं उनमें JN.1 सबसे खतरनाक है। JN.1 वेरिएंट BA.2.86 से पैदा हुआ है। जानकारी के मुताबिक JN.1 वेरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 41 म्यूटेशन पाए गए हैं। इसके अलावा ऐसी जानकारी है कि वैक्सीन को भी यह वेरिएंट फेल कर सकता है।
अचानक से ठंड लगकर बुखार हो जाना। सीने में शिर में और शरीर में दर्द होना, गले में दर्द होना, लगातार खांसी उठना, नाक से सांस न आना, उलटी होने जैसा लगना, किसी भी चीज में टेस्ट न आना। ये सभी JN.1 वेरिएंट के लक्षण हैं, ऐसे लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई गई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. Punjabkesari.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।
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