Thyroid Problems: थायराइड ग्रंथि शरीर के हार्मोनल संतुलन को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती है। अगर यह असंतुलित हो, तो आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं। हम आपको बता रहे हैं कुछ जड़ी-बूटियां, जो आपकी थायराइड ग्रंथि को मजबूत बनाने में मदद करेगी।
- दो प्रकार होते हैं थायराइड
- ये जड़ी-बूटियो से होगा थायराइड कंट्रोल
- काला जीरा, तुलसी, अश्वगंधा का करें सेवन
थायराइड कंट्रोल करने में करेंगी आपकी मदद
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें बार-बार थकान महसूस होना आम बात है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि लगातार थकान और बिना किसी वजह के वजन बढ़ना आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है? अगर आप इस बात से परेशान है, कि वजन तेजी से बढ़ रहा है और साथ ही आपको पहले के मुकाबले ज्यादा थकान महसूस हो रही है, तो सावधान हो जाइए। ये थायराइड जैसी गंभीर समस्या हो सकती है। थायराइड एक महत्वपूर्ण हार्मोनल ग्रंथि होती है और इसमें किसी भी प्रकार की समस्या से शरीर के कई फंक्शंस बुरी तरह प्रभावित होने लगते हैं।
दो प्रकार होते हैं थायराइड
हाइपरथायराइड और हाइपोथायराइड। इन दोनों स्थितियों में थायराइड ग्रंथि उतना हार्मोन नहीं बना पाती जितना कि शरीर को चाहिए होता है। इसे संतुलित रखने के लिए आपको अपनी डाइट में बदलाव के साथ कुछ जड़ी-बूटियों भी शामिल करनी चाहिए। आइए जानते हैं यहां कौन सी वे जड़ी-बूटियां हैं।
काला जीरा
काला जीरा थायराइड संबंधी समस्याओं को दूर करने में काफी हेल्पफुल होता है। काले जीरे में मौजूद तत्व थायराइड हार्मोन के स्तर को संतुलित करते हैं। एक स्टडी के अनुसार, 22 से 50 वर्ष की आयु के लोगों ने 8 हफ्तों तक काला जीरा लिया। इससे उनके थायराइड हार्मोन लेवल में सुधार पाया। साथ ही शारीरिक वजन भी कम हुआ। अगर आपको भी थायराइड संबंधी समस्या है, तो काले जीरे को चाय, सूप या सलाद के रूप में लें।
तुलसी
तुलसी में कई गुण होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हो सकते हैं। इसमें एंटी-फंगल और एंटी-इन्फ़्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो थायरॉयड समस्याओं को कम करने में मदद कर सकते हैं। तुलसी की पत्तियों को पानी में उबालकर पीने से या चबाकर खाने से थायरॉयड संबंधी समस्याओं में राहत मिल सकती है।
अश्वगंधा
अश्वगंधा में कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो हमारे हार्मोन्स के संतुलन में सुधार कर सकते हैं। ये हार्मोन्स हमारे शरीर के कई कार्यों को नियंत्रित करते हैं। अश्वगंधा के चूर्ण को पानी में उबालकर पीने से हार्मोन संतुलन में सुधार हो सकता है। अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं जो शरीर के लिए हानिकारक ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में मदद करते हैं।