'ऑक्सीजन' पृथ्वी पर रहने वाले सभी प्राणियों के लिए जरूरी है। हम जानते है कि यदि पृथ्वी पर ऑक्सीजन 5 सेकंड के लिए भी न रहें तो बहुत कुछ तबाह हो जाएगा। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर पृथ्वी पर ऑक्सीजन दो गुना हो जाए तो क्या होगा? अब आपके भी मन में सवाल आया होंगा कि सच में पृथ्वी पर ऑक्सीजन के दो गुना होने से क्या होगा? तो लोगों की इसी जिज्ञासा का जवाब एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर साइंस एक्सपर्ट ने दिया। एक्सपर्ट के पृथ्वी में होने वाले बदलाव वाले जवाब ने लोगों को भी हैरान कर दिया।
आपको बता दें कि पृथ्वी पर इस समय 21 प्रतिशत ऑक्सीजन है और अगर ये ही ऑक्सीजन दो गुनी हो जाए तो, धरती बिल्कुल अलग ही रूप में नजर आएगी। पृथ्वी पर मौजूद करोड़ों जानवर 2 से 3 गुना बड़े हो जाएंगे। यानी की छोटे-छोटे कीड़े भी आपको विशाल मकड़ी की तरह दिखेंगे। मकड़ी चूहे की तरह और चूहे खरगोश की साइज के हो जाएंगे। पौधों की बात करें तो धरती पर मौजूद सबसे लंबे पेड़ और भी विशालकाय हो जाएंगे। ये पड़े इतने बड़े हो जाएंगे की बादलों को भी छू लेंगे।
वहीं, इंसानों की बात करें तो हर इंसान लगभग 7 फीट और लंबा हो जाएगा। इंसानों में इतनी ताकत आ जाएंगी की इंसान हल्क की तरह नजर आएंगे। न्यूट्रोफिल में हानिकारक वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने की ताकत आ जाएगी। पेट्रोल और डीजल से चलने वाली गाड़ियां बिना फ्यूल के ही चलने लगेंगी। कागज के पेपर प्लेन, जिसे बच्चे उड़ाया करते हैं, उस पर भी आप मीलों सफर कर पाएंगे। एक सबसे बड़ा खतरा होगा कि इसमें आग काफी तेजी से लगेगी। वहीं, इससे ऑक्सीजन विषाक्तता ( ऑक्सीजन का जहरीला होना) की स्थिति भी आ सकती है, जिससे कोशिकाओं में बड़े पैमाने पर हानिकारक ऑक्सीकरण होगा। इससे मृत्यु भी हो सकती है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि आज से करीब 300 मिलियन साल पहले बिल्कुल ऐसा ही हाल था। उस समय पृथ्वी पर ऑक्सीजन का स्तर करीब 30 प्रतिशत था। पुरातात्विक रिसर्च से पता चला है कि तब जीव ज्यादा विशालकाय और ताकतवर हुआ करते थे। बता दें कि ऑक्सीजन हमारे शरीर के आकार, मस्तिष्क का साइज, उसके विकास का आधार है। हमारी बॉडी में जितने भी ग्लूकोज, रेड ब्लड सेल्स बनते हैं सब ऑक्सीजन की वजह से ही बनते हैं. अगर इन्हें ज्यादा ऑक्सीजन मिलेगी तो इनका विकास भी इसी तरह काफी तेज होगा।
अब इससे आप समझ गए होंगे की ऑक्सीजन के प्रतिशत का कम और ज्यादा होना किस तरह से जीवित प्राणियों पर असर डालता है।