उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात मौत हो गई। बताया जा रहा है कि जेल की बैरक में मुख्तार अंसारी की तबीयत खराब होने पर जेल प्रशासन रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले आया जहां उसकी हालत गंभीर बताई जा रही थी। सूचना मिली कि मुख्तार को आईसीयू से सीसीयू में भर्ती करना पड़ा। यहां मुख्तार के इलाज में 9 डॉक्टरों की टीम लगाई गई थी।
मेडिकल कॉलेज बांदा ने मुख्तार अंसारी की मौत की पुष्टि की
मेडिकल कॉलेज बांदा ने उसकी मौत की पुष्टि की है। मुख्तार अंसारी पर जारी किए गए बयान में मेडिकल कॉलेज की तरफ से कहा गया है कि बृहस्पतिवार शाम को करीब 8.25 बजे मुख्तार अंसारी (63) को जेल के कार्मिकों के द्वारा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज, बांदा लाया गया। नौ डाक्टरों की टीम ने तत्काल उन्हें चिकित्सीय उपचार दिया गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई।
सूचना मिलते ही जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल, डीएम अंकुर अग्रवाल कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ मंडलीय कारागार पहुंचे। करीब 40 मिनट तक अधिकारी जेल के भीतर रहे। इसके बाद मुख्तार को एंबुलेंस से दोबारा रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। आशंका जताई जा रही है कि मुख्तार को दिल का दौरा पड़ा।
मुख्तार अंसारी बैरक में ही हो गए थे बेहोश
बता दे कि मंगलवार शाम को पुनः उसे जेल में शिफ्ट कर दिया गया था। बुधवार को जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बार फिर भी जांच कर उसकी हालत में सुधार का दावा किया था लेकिन गुरुवार को देर शाम एक बार फिर उसकी हालत बिगड़ गई। मुख्तार अंसारी बैरक में ही बेहोश होकर गिर गया, जिसे फौरन मेडिकल कॉलेज ले गया ले जाया गया था। जहां इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी की मौत हो गई।
जेल के भीतर भी पुलिस फोर्स तैनात
मुख्तार अंसारी की मौत की खबर आने के बाद बांदा से लेकर प्रदेश की राजधानी लखनऊ तक हड़कंप मच गया। मऊ, गाजीपुर और वाराणसी समेत यूपी के कई जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस दौरान रास्ते में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। हालात बिगड़ने न पाए, इसके लिए जिले भर की पुलिस फोर्स को अलर्ट कर दिया गया है। जेल के भीतर भी पुलिस फोर्स तैनात है। देर रात तक डीएम और एसपी भी मेडिकल कॉलेज में मौजूद रहे और मुख्तार की पल-पल की खबर लेते रहे।
मुख्तार का परिवार भी बांदा के लिए लखनऊ के लिए रवाना
आपको बता दे कि इससे पहले मुख्तार अंसारी के स्थानीय अधिवक्ता नसीम हैदर ने बताया कि मुख्तार को दिल का दौरा पड़ेे होने की आशंका है। प्रशासन उन्हें मुख्तार से मिलने नहीं दे रहा है। मुख्तार का परिवार भी बांदा के लिए लखनऊ से चल चुका है।
मुख्तार को दो दिन पहले भी अस्पताल में कराया गया था भर्ती
मुख्तार को दो दिन पहले भी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मुख्तार पूरे 14 घंटे अस्पताल में रहा था। देर शाम फिर उसे जेल भेज दिया गया था। बुधवार को जेल में उसके स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया था, जिसमें सब सामान्य मिला था। गुरुवार शाम एंबुलेंस से उसे जेल से मेडिकल काॅलेज ले जाया गया। डीएम-एसपी वहां मौजूद हैं।