भारत

NCERT की किताब में ‘इंड‍िया’ की जगह ‘भारत’ की स‍िफा‍र‍िश पर BJP ने दी प्रतिक्रिया, भारत हमारे DNA में है

Desk Team

भाजपा नेता तरुण चुघ ने गुरुवार को एनसीईआरटी की समिति द्वारा 'इंडिया' को 'भारत' से बदलने की सिफारिश की सराहना की। भारत हमारे डीएनए में है। हम सदियों से 'भारत' रहे हैं। इसमें समस्या क्या है? 'भारत' नाम देश की मिट्टी को पहचान देता है। इस पहल का वास्तव में स्वागत है।

जेएनयू यूनिवर्सिटी को लेकर कांग्रेस को घेरा

फैसले की निंदा करने पर विपक्ष की आलोचना करते हुए चुघ ने कहा, कांग्रेस पार्टी को क्या समस्या है? यही वह पार्टी है जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में देश विरोधी नारे लगाती है। इस देश की धरती 'भारत' रही है।" सदियों तक, और यह वैसा ही रहेगा"।

एनसीईआरटी के पैनल मे भारत नाम करने की हुई थी सिफारिश

इतिहासकार सीआई इस्साक की अध्यक्षता वाले एनसीईआरटी पैनल ने स्कूली पाठ्यपुस्तकों में 'इंडिया' को भारत से बदलने की सिफारिश की। सिफारिशें सामाजिक विज्ञान के लिए सात सदस्यीय समिति द्वारा की गई थीं, जो विभिन्न विषयों पर स्थिति पत्र तैयार करने के लिए एनसीईआरटी द्वारा गठित समितियों में से एक है। इंडिया शब्द का इस्तेमाल आमतौर पर ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना और 1757 में प्लासी की लड़ाई के बाद ही किया जाने लगा। हमने सर्वसम्मति से सिफारिश की है कि पाठ्यपुस्तकों में 'भारत' का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।