भारत

BRS नेता के.कविता ने अदालत को लिखा पत्र, ‘न्यायपालिका की ओर बड़ी उम्मीद से देख रहा है विपक्ष’

Shubham Kumar

Delhi/Political Desk: दिल्ली शराब मामले में बंद बीआरएस नेत्री के. कविता ने दिल्ली कि अदालत को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने जांच एजेंसीयों द्वारा विपक्ष के देशभर के विभिन्न नेताओं पर चल रहे जांच व आरोपों पर कोर्ट से बचाव के लिए गुहार लगाया।

Highlights: 

  • दिल्ली शराब मामले में तिहाड़ में बंद BRS नेता के कविता का अदालत को लिखा पत्र
  • लिखा – 'न्यायपालिका की ओर बड़ी उम्मीद से देख रहा है विपक्ष'
  • हाल ही में दिल्ली की अदालत ने के कविता की न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ाया है

देश में लोकसभा चुनावी सरगर्मियों के बीच जांच एजेंसी की एकाएक कथित तौर कई विपक्षी नेताओं के खिलाफ मामलों में जांच जारी है।
बता दें कि हाल ही BRS की नेत्री के.कविता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद मंगलवार को राउज एवेन्यू कोर्ट की जज कावेरी बावेजा के सामने पेश किया गया। वहीं इस पेशी के बाद अदालत ने उनकी न्यायिक हिरासत 23 अप्रैल तक बढ़ा दी।

मेरी राजनीतिक प्रतिष्ठा का नुकसान किया गया – के.कविता

उन्होंने अदालत को इस मामले पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए पत्र लिखा है। जिसमें के.कविता ने दिल्ली की अदालत को लिखे पत्र में कहा है कि एक महिला राजनेता होने के नाते, मैं सबसे ज्यादा पीड़ित हूं। इस मामले ने मेरी राजनीतिक प्रतिष्ठा को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।

इसके बाद कविता ने अदालत को पत्र लिखकर कहा कि विपक्षी दल न्यायपालिका की ओर बड़ी उम्मीद से देख रहे हैं। उन्होंने अपने पत्र में कहा, मेरा पर्सनल कांटैक्ट नंबर सभी टीवी चैनलों पर प्रदर्शित किया गया, जिसने मेरी गोपनीयता भंग हुई है। इस गंभीर स्थिति में विपक्षी दल बड़ी उम्मीद से न्यायपालिका की ओर देख रहे हैं।

कोई वित्तीय फायदा नहीं मिला – के.कविता

अपने अधिकारों पर किसी भी तरह का प्रतिकूल प्रभाव डाले बिना मैं कहना चाहूंगी कि इस मामले में मेरी न तो कोई संलिप्तता है और न ही मुझे कोई वित्तीय लाभ मिला है। उन्होंने कहा, "मैं जांच एजेंसियों के सामने चार बार पेश हो चुकी हूं। जहां तक मुझे जानकारी है मैंने सभी सवालों के जवाब दिए हैं। सभी बैंक और व्यावसायिक विवरण दिए हैं।

ईडी कि कार्यवाई विपक्ष के प्रति दुर्भावना से प्रेरित – के.कविता

उन्होंने कहा कि ईडी या सीबीआई द्वारा दर्ज कम से कम 95 प्रतिशत मामले विपक्षी दल के नेताओं के खिलाफ हैं। यदि आरोपी भाजपा में शामिल हो जाता है तो जांच अचानक समाप्त हो जाती है। कविता ने कहा कि उन्होंने बार-बार जांच एजेंसियों के साथ सहयोग किया है। ईडी और सीबीआई की जांच को 'कभी न खत्म होने वाली' बताते हुए के. कविता ने कहा कि पिछले दो साल की जांच मीडिया ट्रायल में बदल गई है।

उन्होंने पत्र में लिखा है, "मैडम जस्टिस, संसद के पटल पर भाजपा नेता खुलेआम विपक्ष को धमकी देते हुए कहते हैं, 'चुप हो जाओ, वरना ईडी भेजूंगा।"
एजेंसी की छापेमारी में उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया और धमकी भी दी गई।

बेटे की परीक्षा,मिले जमानत – के.कविता

कविता ने अपने पत्र में अपने बेटे की परीक्षाओं और इस महत्वपूर्ण समय में उसके साथ रहने के महत्व के बारे में बताते हुए जमानत की मांग की।
ईडी ने 15 मार्च को बीआरएस अध्यक्ष और तेलंगाना के पूर्व मुख्यमंत्री केसी राव की बेटी के. कविता को हैदराबाद में उनके आवास पर तलाशी के बाद गिरफ्तार किया था।

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