Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के उमरिया जिले में स्थित बांधवगढ़ में हाथियों के हमले में गई दो ग्रामीणों की जान को लेकर सरकार गंभीर है। मुख्यमत्री डाॅ. मोहन यादव ने कहा है कि छत्तीसगढ़ से हाथियों के आकस्मिक आगमन को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ के साथ तालमेल किया जाएगा। मुख्यमंत्री डाॅ. यादव ने कहा है कि मध्य प्रदेश में हाथी छत्तीसगढ़ की तरफ से आते है, इसलिए छत्तीसगढ़ सरकार के साथ मिलकर हाथियों के आकास्मिक आगमन को नियंत्रित करने के लिए एक तालमेल स्थापित किया जाएगा, ताकि इनके कारण उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से बचा जा सके।
ज्ञात हो कि बीते दिनों बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत हो गई थी और उसके बाद हाथियों के हमले में दो ग्रामीणों की जान चली गई और एक घायल हो गया। उसके बाद सरकार ने हाथियों की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच दल मौके पर भेजा और प्रभावित परिवारों को आर्थिक सहायता प्रदान की। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हाथियों की मौत के मामले में सरकार के तेवर तल्ख हैं और वन विभाग द्वारा बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पदस्थ सहायक वन संरक्षक फते सिंह निनामा और वन संरक्षक गौरव चैाधरी को निलंबित किया गया है। इन पर अपने काम में लापरवाही बरतने का आरोप है।
छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव में मुख्यमंत्री डाॅ. यादव हिस्सा लेने वाले हैं। उन्होंने कहा, छतीसगढ़, मध्यप्रदेश का एक हिस्सा रहा है, हमारे संबंध सदैव अटूट रहेंगे। छत्तीसगढ़ के गठन में हमारे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की महत्वपूर्ण भूमिका रही। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार के दौरान राज्य की प्रगति न हो पाने का हवाला देते हुए डाॅ. यादव ने कहा, छत्तीसगढ़ कुछ समय के लिए गलत सरकार के कारण पीछे रह गया, लेकिन अब मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ के राज्योत्सव की अग्रिम बधाई देता हूं और जल्द ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से बातचीत की जाएगी, ताकि विकास संबंधी चुनौतियों का सामना किया जा सके।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ पूर्व में मध्य प्रदेश का ही हिस्सा हुआ करता था। वर्ष 2020 में छत्तीसगढ़ अस्तित्व में आया और अपनी 24वीं वर्षगांठ मना रहा है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सोमवार से तीन दिवसीय राज्योत्सव शुरू हो रहा है। इस आयोजन में छत्तीसगढ़ की संस्कृति के साथ उपलब्धियों का भी प्रदर्शन होगा।