रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अमेरिका की चार दिवसीय यात्रा पर गुरुवार शाम वाशिंगटन पहुंच गए। वह अपने अमेरिकी समकक्ष लॉयड ऑस्टिन के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। उनका अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से भी मुलाकात का कार्यक्रम है।
भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और गहरी तथा व्यापक होने की उम्मीद
रक्षा मंत्रालय ने सिंह के प्रस्थान से पहले कहा कि यह यात्रा भारत-अमेरिका संबंधों में बढ़ती गति और कई स्तरों पर रक्षा संबंधों की पृष्ठभूमि में हो रही है। इस यात्रा से भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी और गहरी तथा व्यापक होने की उम्मीद है।
भारत-अमेरिका '2 प्लस 2' मंत्रिस्तरीय संवाद
रक्षा मंत्री मौजूदा और भविष्य के रक्षा सहयोग पर अमेरिकी रक्षा उद्योग के साथ एक उच्च स्तरीय गोलमेज बैठक की अध्यक्षता करेंगे। अमेरिकी में उनका भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करने का कार्यक्रम भी है। नवंबर 2023 में पांचवें वार्षिक भारत-अमेरिका '2 प्लस 2' मंत्रिस्तरीय संवाद के बाद दोनों देशों ने द्विपक्षीय रक्षा पहलों पर प्रगति की सराहना की है।
हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डोमेन जागरूकता को मजबूत करना
वाशिंगटन ने भारत के सैन्य आधुनिकीकरण, रक्षा औद्योगिक सहयोग के लिए अमेरिका-भारत रोडमैप को आगे बढ़ाने की पहल के लिए समर्थन की प्रतिबद्धता जताई है। हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री डोमेन जागरूकता को मजबूत करना, और अरब सागर तथा निकटवर्ती जलमार्गों में कानून के शासन के लिए भारत का समर्थन भी किया गया है। साथ ही, भारत-अमेरिका 'रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र' दोनों देशों के बीच संयुक्त रक्षा प्रौद्योगिकी नवाचार और उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकी के सह-उत्पादन की सुविधा बनाए रखता है।
नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच कई रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा
गौरतलब है कि भारत और अमेरिका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के तीसरे कार्यकाल के दौरान रणनीतिक प्रौद्योगिकी और रक्षा सहयोग में अगला कदम उठाया था। इस अवसर पर सुलिवन ने इस साल जून में भारत का दौरा किया था। नई दिल्ली और वाशिंगटन के बीच कई रणनीतिक, क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मुद्दों पर नियमित चर्चा और उच्च स्तरीय यात्राएं हुई हैं, जिनमें 'क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज' पहल भी शामिल है।