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Delhi Police ने कोचिंग सेंटर की घटना की प्राथमिकी दर्ज कर जांच के लिए गठित की टीम

Shubham Kumar

Delhi Police: दिल्ली पुलिस ने राजेंद्र नगर के एक कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने से तीन विद्यार्थियों की मौत होने के मामले में प्राथमिकी दर्ज करने के साथ घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की हैं। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। इस कोचिंग सेंटर की इमारत के 'बेसमेंट' में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले तीन विद्यार्थियों (दो छात्रा और एक छात्र)की मौत हो गयी।

  • राजिंदर नगर हादसे पर दिल्ली पुलिस ने दर्ज की प्राथमिक शिकायत
  • दिल्ली पुलिस ने कई टीम गठित कर शुरू की जांच
  • पुलिस ने राव आईएएस स्टडी सर्किल के मालिक को किया गिरफ्तार

Delhi Coaching: पुलिस ने संचालक और मालिक को किया गिरफ्तार

पुलिस ने 'राव आईएएस स्टडी सर्किल' के मालिक और समन्वयक को गिरफ्तार कर लिया है और उन पर गैर इरादतन हत्या समेत अन्य आरोपों के तहत मामला दर्ज किया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''पूरी घटना की जांच के लिए कई टीम गठित की गयी हैं। हमने दिल्ली दमकल सेवा से उस इमारत और बेसमेंट के बारे में रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है, जिसका उपयोग एक पुस्तकालय के रूप में किया जा रहा था, लेकिन उसे 'भंडार कक्ष' (स्टोर रूम) बताया गया था।'' उन्होंने बताया कि बेसमेंट जमीन के स्तर से आठ फुट नीचे था और शनिवार शाम को उसमें 18 से ज्यादा विद्यार्थी मौजूद थे, जब भारी बारिश के बाद उसमें पानी भर गया था।पुलिस विभाग में सूत्रों के अनुसार बेसमेंट का प्रवेश द्वार बंद था लेकिन बारिश के पानी के अत्यधिक बहाव के कारण यह क्षतिग्रस्त हो गया और पानी उसमें घुस गया।

भारतीय न्याय सहिंता के कई धाराओं के तहत दर्ज किया गया मामला

अधिकारी ने कहा, ''हम घटनाक्रम का पता लगाने के लिए इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद हम उन लोगों की पहचान करेंगे जो घटना के दौरान संस्थान के करीब खड़े थे और फिर उनके बयान दर्ज करेंगे।'' पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) एम. हर्षवर्धन ने कहा, ''हमने राजेंद्र नगर पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर-इरादतन हत्या), 106 (1) (जल्दबाजी या लापरवाही में किए कार्य से किसी व्यक्ति की मौत का कारण बनना, जो आपराधिक मानव वध की श्रेणी में नहीं आता), 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाने की सजा), 290 (इमारतों को गिराने, मरम्मत करने या बनाने के संबंध में लापरवाही) और धारा 35 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि अब तक हमने दो लोगों- कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और समन्वयक देशपाल सिंह को हिरासत में लिया है। उप निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार शर्मा के बयान पर दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि कोचिंग सेंटर का मालिक घटना के समय वहां मौजूद था और वह बेसमेंट में पुस्तकालय चलाने के लिए आवश्यक दस्तावेज पेश नहीं कर सका।

पार्किंग क्षेत्र में 3 फुट तक भरा था पानी

मालिक ने यह भी स्वीकार किया कि बेसमेंट में जल निकासी की कोई व्यवस्था नहीं थी। प्राथमिकी में कहा गया, ''बेसमेंट में पानी भरने की सूचना पीसीआर को मिलने के बाद सहायक उपनिरीक्षक (एएसआई) बीरेंद्र को मौके पर भेजा गया।'' इसमें कहा गया कि एएसआई ने देखा कि इलाके में पानी भरा हुआ है और पार्किंग क्षेत्र में तीन फुट तक पानी भर गया है। उन्होंने तुरंत राजेंद्र नगर थाना प्रभारी को सूचित किया साथ ही अग्निशमन विभाग और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल को भी घटना की जानकारी दी गई। बचाव अभियान के दौरान बेसमेंट से दो छात्राओं और एक छात्र का शव बरामद किया गया। पुलिस ने बताया कि इस घटना में मारे गए छात्रों की पहचान उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की श्रेया यादव (25), तेलंगाना की तान्या सोनी (25) और केरल में एर्नाकुलम के नवीन दलविन के रूप में की गई है। सोशल मीडिया पर सार्वजनिक हो रहे एक वीडियो में कथित तौर पर दिखाया गया है कि बेसमेंट में स्थित पुस्तकालय में पानी प्रवेश कर रहा है और कुछ विद्यार्थी सीढ़ियों से भाग रहे हैं।

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