कभी मध्य प्रदेश के प्रभारी रहे और अब राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की आलोचना की। उनका कहना है कि बीजेपी को हार का डर है इसलिए वह मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं को डराने के लिए प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग का इस्तेमाल कर रही है. वे इन नेताओं के घरों और कार्यालयों की तलाशी लेने की योजना बना रहे हैं, लेकिन कांग्रेस सदस्य डरने वाले नहीं हैं।
पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के आवास पर राज्य की 29 लोकसभा सीटों के लिए नियुक्त पर्यवेक्षकों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई। इस बैठक में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल, प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ व दिग्विजय सिंह सहित सभी पर्यवेक्षक मौजूद रहे। बैठक में हिस्सा लेने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने राज्य की 29 लोकसभा सीटों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की है।
यहां छापे डालने की तैयारी
यह कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और महासचिव का प्रतिनिधि है, जो चुनाव प्रक्रिया होने और नतीजे आने तक अपने क्षेत्र में रहेंगे। यह पर्यवेक्षक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी, प्रदेश कांग्रेस कमेटी और निचले स्तर की इकाइयों के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे। दिग्विजय सिंह ने केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि तमाम सर्वे यह बता रहे हैं कि आगामी चुनाव में कांग्रेस की बड़ी बहुमत के साथ सरकार बनने वाली है। केंद्र सरकार और बीजेपी घबराई हुई है इसलिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेताओं के यहां छापे डालने की तैयारी है।