हाल ही में महत्वपूर्ण लोगों के एक समूह ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' योजना पर बात करने के लिए एक बैठक की। वे चाहते हैं कि हमारे देश में सभी चुनाव एक साथ हों। उन्होंने इसके बारे में बात की और अन्य लोगों से उनकी राय पूछने का फैसला किया। यह बैठक जोधपुर में हुई और गृह मंत्री और पूर्व नेता प्रतिपक्ष जैसे कुछ महत्वपूर्ण राजनेता भी वहां थे।
यह भी निर्णय लिया गाया
इस बहुप्रतीक्षित बैठक में शनिवार को राजनीतिक दलों के साथ विचार-विमर्श करने और 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार पर उनके विचार जानने पर चर्चा की गई। सूत्र ने कहा कि समिति के सदस्यों ने यह भी निर्णय लिया कि यदि कोई भी राजनीतिक दल समिति से मिलने का समय लेना चाहता है तो उसे अपने सुझाव देने की अनुमति होगी। सूत्र ने आगे कहा कि समिति के सदस्यों ने भारत के चुनाव आयोग और अन्य निकायों जैसे हितधारकों के सुझाव और विचार प्राप्त करने के लिए भी चर्चा की।
इस बात पर भी चर्चा की
सूत्र ने यह भी कहा कि बैठक के दौरान सदस्यों ने मुख्य रूप से इस बात पर भी चर्चा की कि समिति कैसे काम करेगी और 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार पर आम सहमति बनाने के लिए किन मुद्दों पर सभी के साथ विचार-विमर्श करने की आवश्यकता है। सूत्र ने कहा कि पैनल ने इस बात पर भी चर्चा की कि एक साथ मतदान के लिए विभिन्न परिदृश्यों की जांच कैसे की जाए और त्रिशंकु विधानसभा या अविश्वास प्रस्ताव को अपनाने जैसी स्थितियों से कैसे निपटा जाएगा, इस पर सिफारिशें की जाएंगी।