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Education Policy: शिक्षा नीति की चौथी वर्षगांठ, छात्रों को मिलेगी कई बड़ी सौगात

Rahul Kumar Rawat

Education Policy: चार वर्ष पूर्व देशभर के छात्रों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 जारी की गई थी। सोमवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चौथी वर्षगांठ है। शिक्षा नीति के चार वर्ष पूरे होने पर शिक्षा मंत्री द्वारा कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की जाएंगी।

इनमें विभिन्न भारतीय भाषाओं को सीखने में सुविधा प्रदान करने के लिए समर्पित टीवी चैनल, एक तमिल चैनल, प्राइमरी स्कूलों में अध्‍ययन को मजेदार बनाने के उद्देश्य से 10 दिन बिना बैग संबंधी दिशा-निर्देश, स्‍कूलों में तनाव रहित अनुभव, करियर मार्गदर्शन दिशा-निर्देश, 500 से अधिक जॉब कार्डों की एक विशाल लाइब्रेरी, ब्रेल और ऑडियो पुस्तकों में एनएमएम और एनपीएसटी, एआईसीटीई और एआईएम द्वारा स्कूल इनोवेशन मैराथन और स्नातक विशेषताएं एवं व्यावसायिक दक्षता शामिल हैं।

धर्मेंद्र प्रधान छात्रों और शिक्षकों के बीच भारतीय ज्ञान प्रणाली (आईकेएस) को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कई पुस्तकों और व्याख्यान नोट्स का भी अनावरण करेंगे। मंत्रालय की विभिन्न पहलों पर चर्चा करने के लिए छह पैनल चर्चाएं आयोजित की जाएंगी। इनमें प्रख्यात शिक्षाविद और हितधारक भाग लेंगे। जुलाई 2022 में वाराणसी में आयोजित एबीएसएस के पहले कार्यक्रम का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। इसका उद्देश्य एनईपी 2020 को प्रभावी, सुचारु और समय पर लागू करने के लिए सभी हितधारकों को एक साथ आने का अवसर प्रदान करना, विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच मजबूत संबंध स्थापित करना और उच्च शिक्षा संस्थानों के सामने आने वाली चुनौतियों पर चर्चा करना तथा उनके समाधान प्रस्तुत करना था।

शिक्षा मंत्रालय एक सप्ताह तक चलने वाले अभियान, "शिक्षा शपथ" के साथ भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की चौथी वर्षगांठ मना रहा है। इस अभियान के सातवें दिन, देश भर के स्कूल विद्यांजलि और तिथि भोजन पहल के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में सामुदायिक भागीदारी पर जोर दे रहे हैं। विद्यांजलि, का शुभारंभ 7 सितंबर, 2021 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूलों को मजबूत करना और समुदाय, कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) और देशभर में निजी क्षेत्र की भागीदारी के माध्यम से शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है।

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