भारत

‘जम्मू-कश्मीर के लिए मजबूत और दूरदर्शी सरकार चुनें’, अमित शाह ने किया आह्वान

Saumya Singh

अमित शाह : जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने क्षेत्र की सुरक्षा, शांति और स्थिरता के लिए मजबूत और दूरदर्शी नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने आज सुबह एक पोस्ट में कहा, 'जम्मू-कश्मीर को एक ऐसी सरकार की जरूरत है जो मजबूत फैसले ले सके और क्षेत्र को आतंकवाद, अलगाववाद, भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार से मुक्त रखे। बता दें कि, इस चुनाव में मतदान की प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू हुई, जिसमें 40 निर्वाचन क्षेत्रों में वोट डाले जा रहे हैं। इनमें 24 निर्वाचन क्षेत्र जम्मू संभाग में और बाकी कश्मीर घाटी में हैं।

Highlight :

  • चुनाव में मतदान की प्रक्रिया सुबह 7 बजे शुरू हुई
  • जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव में आज मतदान का अंतिम चरण 
  • केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दूरदर्शी नेतृत्व की आवश्यकता पर जोर दिया

सात जिलों में अंतिम चरण का मतदान शुरू

चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, इस अंतिम चरण में सात जिलों के 3.9 मिलियन से अधिक मतदाता मतदान करने के पात्र हैं। मतदान शाम 6 बजे तक जारी रहेगा, जिसके लिए कड़े सुरक्षा उपाय किए गए हैं। शाह ने मतदाताओं से आग्रह किया कि वे ऐसे उम्मीदवारों का चुनाव करें जो जम्मू-कश्मीर में पर्यटन, शिक्षा, रोजगार और समग्र विकास की दिशा में ऐतिहासिक बदलाव ला सकें। उन्होंने कहा, आज जब लोग अपने वोट डाल रहे हैं, तो उन्हें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे ऐसी सरकार का चयन करें जो उनके समुदाय के अधिकारों की रक्षा करने के लिए दृढ़ संकल्पित हो।

बता दें कि, यह चुनाव विशेष महत्व रखता है क्योंकि यह एक दशक में पहला और अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद का पहला चुनाव है। इस चुनाव में जम्मू-कश्मीर की 90 सीटों के लिए बहुदलीय मुकाबला हो रहा है। प्रमुख राजनीतिक दलों ने पाकिस्तान, अनुच्छेद 370, आतंकवाद और आरक्षण जैसे मुद्दों पर जोरदार बहस की है। नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और कांग्रेस ने इस चुनाव में गठबंधन किया है, जबकि पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भी प्रमुख दावेदार हैं। पहले और दूसरे चरण में क्रमशः 61% और 57.31% मतदान हुआ था।

इस चुनाव के प्रचार अभियान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, राहुल गांधी और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों ने सक्रिय भागीदारी की। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी, और राजनीतिक दलों की ओर से दी गई जानकारियों के अनुसार, इस बार की चुनावी प्रक्रिया जम्मू-कश्मीर के भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बता दें कि, अमित शाह का आह्वान और इस चुनाव की प्रक्रिया क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता और विकास के लिए महत्वपूर्ण संकेत प्रदान कर सकती है।

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