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कुमारस्वामी मंत्रिमंडल का विस्तार : 25 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई

मंत्रालयों के बंटवारों को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के कई नेताओं ने नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने कहा, करीब-करीब हर चीज फाइनल हो गई है। हमने अपना मंत्रियों के विभागों को लेकर अपना प्रस्ताव भेज दिया है।

Desk Team

कर्नाटक कर्नाटक में 15 दिन पुराने एच . डी . कुमारस्वामी मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए आज 25 मंत्रियों को शामिल किया गया। 14 मंत्री कांग्रेस के और 9 मंत्री सहयोगी दल जद (एस) से और एक-एक मंत्री बसपा और केपीजेपी से हैं। राज्यपाल वजुभाई वाला ने राजभवन में नये मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। पूर्व प्रधानमंत्री और जद एस सुप्रीमो एच डी देवगौड़ा के बेटे एच डी रेवन्ना और कांग्रेस नेता डी के शिवकुमार शपथ लेने वाले मंत्रियों में शामिल हैं।

जद एस के जी टी देवगौड़ा को भी मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को मैसुरू के चामुंडेश्वरी सीट से हराया था। कांग्रेस की विधान पार्षद जयमाला एकमात्र महिला मंत्री हैं। विभागों के बंटवारे के समझौते के तहत कांग्रेस के 22 और जद एस के 12 मंत्री होंगे। आज के विस्तार के साथ मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या 27 हो गई है और सात पद अब भी खाली हैं। कुमारस्वामी ने मुख्यमंत्री और कांग्रेस के जी . परमेश्वर ने उपमुख्यमंत्री के रूप में 23 मई को शपथ ली थी। पिछले दिनों दोनों पार्टियों के बीच मंत्रालयों के बंटवारे पर ये सहमति बनी।

सूत्रों की मानें तो आज कांग्रेस के 17 और जेडीएस के 9 मंत्री शपथ लेंगे। बता दें कि कुमारस्वामी ने 23 मई को दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। इसके 14 दिन बाद मंत्रियों का शपथ समारोह हो रहा है। कर्नाटक में जेडीएस (38) ने कांग्रेस (78) के साथ मिलकर सरकार बनाई है। कैबिनेट में मुख्यमंत्री कुमारस्वामी के भाई एचडी रेवाना को भी जगह मिली है। कांग्रेस के विधायक डीके शिवकुमार को भी कैबिनेट में जगह मिली है। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मंत्री रहे कांग्रेस विधायक तनवीर सैत को जगह नहीं मिलने से उनके समर्थकों ने इसका जमकर विरोध किया है। इस कैबिनेट की सबसे खास बात ये है कि इसमें मायावती की पार्टी बीएसपी के विधायक सतीश चंद्रा को भी एंट्री मिली है।

बीजेपी को 104 सीट मिली थीं। शपथ लेने वाले विधायकों में डीके शिवकुमार, आरवी देशपांडे, केजे जॉर्ज, केबी गौड़ा, राजशेखर पाटिल, शिवानंद पाटिल, प्रियांक खड़गे, रमेश जाराकिहोली, यूटी खाडर, जमीर अहमद, वेंकटारमप्पा, पुत्तरंगा शेट्टी, शिवशंकर रेड्डी, तुकाराम, शंकर, जयमाला होंगे। मंत्रालयों के बंटवारों को लेकर कर्नाटक कांग्रेस के कई नेताओं ने नई दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने कहा, करीब-करीब हर चीज फाइनल हो गई है। हमने अपना मंत्रियों के विभागों को लेकर अपना प्रस्ताव भेज दिया है। राहुल गांधी इस पर मुहर लगा देंगे। एक बार ये फाइनल हो जाएगा, तो मैं इसकी जानकारी दे दूंगा।

कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल के मुताबिक, कर्नाटक में मंत्रालयों के बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में 5 चरणों की बैठक हुई। इनमें मंत्रालयों के अलावा 2019 के आम चुनाव में गठबंधन को लेकर भी चर्चा हुई। दोनों पार्टियां साथ में चुनाव लड़ेंगी। गौरतलब है कि कुमारस्वामी और परमेश्वर ने 23 मई को अपने-अपने पद की शपथ ली थी। समझौते के मुताबिक कांग्रेस को गृह, स्वास्थ्य, राजस्व और कृषि जैसे विभाग मिलेंगे. वहीं, जेडीएस को वित्त, आबकारी, पीडब्ल्यूडी आदि विभाग मिलेंगे।

सूत्रों के मुताबिक दोनों पार्टियां कुछ विभागों को रिक्त रख सकती है। जेडीएस ने क्षेत्र के आधार पर मंत्रियों को शामिल करने का फैसला किया है। उल्लेखनीय है कि जेडीएस और कांग्रेस ने 12 मई के विधानसभा चुनाव के त्रिशंकु नतीजे आने के बाद राज्य में गठबंधन किया था। सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते राज्यपाल से मिले न्योते के बाद बीजेपी ने सरकार बनाई थी, लेकिन विश्वास मत का सामना किए बगैर ही 19 मई को बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था।

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