9 सितंबर और 10 सितंबर के बीच भारत में चल रही जी-20 की बैठक अब समाप्त हो चुकी है। लेकिन इस बैठक को लेकर अभी भी दुनिया भर के वैश्विक नेता काफी चर्चा कर रहे हैं। बता दें की इस बार जी-20 की अध्यक्षता भारत कर रहा था और बड़े ही सम्मान पूर्वक जी-20 की समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह पद ब्राजील को सौंपा। लेकिन भले ही जी-20 समाप्त हो चुका है लेकिन फिर भी इसके कई अंशों की चर्चा देश विदेश में हो रही है। इस बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर का भारत की g20 की अध्यक्षता को लेकर एक बड़ा बयान सामने आया है जिसने सबको काफी हैरान कर दिया। आपको बता दे की जयशंकर ने कहा है कि भारत की G-20 की अध्यक्षता काफी चुनौतियों से भरी हुई रही चलिए जानते हैं कि आखिरकार उन्होंने ऐसा क्यों कहा?
दरअसल भारत के विदेश मंत्री शंकर इन दिनों US का दौरा कर रहे हैं। और इस बीच उन्होंने भारत की जी-20 की अध्यक्षता को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत की G -20 की अध्यक्षता चुनौतियों से भरी हुई थी, साथ ही उन्होंने यह कहने की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि जी-20 एक चुनौती पूर्ण शिखर सम्मेलन रहा। वास्तव में यह चुनौती पूर्ण अध्यक्षता ही रहा ऐसा इसलिए रहा क्योंकि हमें बहुत ज्यादा पूर्वी-पश्चिम ध्रुवीकरण के साथ-साथ बहुत गहरी उत्तर दक्षिण विभाजन का भी सामना करना पड़ा था। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत G-20 की अध्यक्षता के जरिए इस बात को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध था की सम्मेलन अपने मूल एजेंडे पर खड़े हो सके । उन्होंने कहा कि लेकिन हम जी-20 की अध्यक्ष के तौर पर यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि जिस संगठन पर दुनिया को इतनी ज्यादा उम्मीदें हैं वह अपने मूल्य एजेंडे पर वापस लौट सके।