राजधानी दिल्ली में पिछले दो दिनों से प्रगति मैदान में आयोजित जी20 सम्मेलन न केवल दुनियाभर सुर्खिया बटोर रही हैं, बल्कि भारत मंडपम के साथ लगी शिल्प व हस्तकला प्रदर्शन ने भी जी20 डेलिगेशन में शामिल लोगों को अपनी ओर आकर्षित किया है। खासकर दुनियाभर से आई महिलाओं ने शिल्प कला प्रदर्शनी को अद्भुत करार दिया।बता दें विश्व व्यापार संगठन की प्रतिनिधि निकोल मेन्स का कहना है कि भारतीय कलाकृतियों में ही यहां की संस्कृति समाई हुई है।
मशगूल यूके प्रतिनिधि फ्रेडी ने बताया
आपको बता दें भारत मंडपम में प्रदर्शनी का लुत्फ उठाने में मशगूल यूके प्रतिनिधि फ्रेडी ने बताया कि, "दिल्ली में जी20 आयोजन उनके लिए एक शानदार अनुभव है।संस्कृति से संबंधित विविधताभरी हस्तकला उत्पादों और भारत भर में बेची जाने वाली ऐतिहासिक वस्तुएं न केवल देखने में अच्छी हैं, बल्कि इसका अहसास सुकून हासिल करने का जरिया भी है। जी20 सम्मेलन का लाभ उठाते हुए प्रदर्शन में उपलब्ध भारतीय हैंडीक्राफ्र्ट की कई उत्पादों की खरीदारी की है। बहुत सी चीजों को वापस ले जाना चाहेंगे." यूके हमारे साथ है।
भारत मंडपम के साथ अलग से एक हस्तकला प्रदर्शनी भी लगी
बता दें प्रगति मैदान के भारत मंडपम के साथ अलग से एक हस्तकला प्रदर्शनी भी लगी है, जिसने विदेशी प्रतिनिधिमंडलों को अपनी ओर खूब आकर्षित किया। इस प्रदर्शनी के बारे में विश्व व्यापार संगठन की प्रतिनिधि निकोल मेन्सा कहती हैं, "यह एक सुंदर प्रदर्शनी है। मुझे लगता है कि संस्कृति, वस्तुओं, कपड़ों, कलाकृतियों को देखना ही भारतीय संस्कृति का एक सुंदर प्रदर्शन है। व्यापार के नजरिए से दिल्ली घोषणा बहुत अच्छा है। यह फायदेमंद है।
शिल्प प्रदर्शनी का दौरा करने के बाद कहा…….
इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका के एक प्रतिनिधिमंडल में शामिल जोडवा लाली ने भारत मंडपम में शिल्प प्रदर्शनी का दौरा करने के बाद कहा, "मुझे लगता है कि यह बिल्कुल अद्भुत है। यह शिल्प कौशल और भारत से हस्तनिर्मित वस्तुओं की सुंदरता का एक पूर्ण प्रदर्शन है। जो महान है वह है जिस तरह से यह ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को सशक्त बनाता है. किसी भी अन्य चीज़ से अधिक, यह सिर्फ एक सुंदर शोकेस है."