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Delhi Airport : दिल्ली में यात्री सुविधाओं को और बढ़ाने के लिए, दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लिमिटेड (डायल) ने देश की पहली एयर ट्रेन के निर्माण के लिए निविदा जारी की है। यह एयर ट्रेन, जिसे 2027 तक शुरू करने की योजना है, चार प्रमुख स्टॉप्स पर रुकेगी: टर्मिनल 1, टर्मिनल 2/3, एयरो सिटी, और कार्गो सिटी। इस सुविधा को डीटीसी बसों के विकल्प के रूप में पेश किया जाएगा।
Highlight :
दिल्ली हवाई अड्डे पर हर वर्ष 7 करोड़ से अधिक यात्री आते हैं, और इसे भारत का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा माना जाता है। इसके साथ ही, हवाई अड्डे की क्षमता को अगले 6-8 वर्षों में 13 करोड़ यात्रियों तक बढ़ाने की योजना है। हालांकि, हवाई ट्रेनों का उपयोग दुनियाभर के कई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर किया जाता है, जिससे यात्रियों को विभिन्न टर्मिनलों के बीच निर्बाध आवागमन सुनिश्चित होता है।
चार प्रमुख स्टॉप्स: एयर ट्रेन के लिए चार स्टॉप्स की व्यवस्था की गई है, जिनमें टर्मिनल 1, टर्मिनल 2/3, एयरो सिटी और कार्गो सिटी शामिल हैं।
स्वचालित पीपुल मूवर: एयर ट्रेन के साथ-साथ स्वचालित पीपुल मूवर (एपीएम) का भी निर्माण किया जाएगा, जो यात्रियों को टर्मिनलों के बीच जल्दी और सुविधाजनक यात्रा करने में मदद करेगा।
निर्बाध यात्रा: एयर ट्रेन का उपयोग विशेष रूप से ट्रांजिट यात्रियों के लिए किया जाएगा, जो एक टर्मिनल से दूसरे टर्मिनल तक जल्दी पहुंचना चाहते हैं। यह सेवा यात्रियों को बिना किसी परेशानी के टर्मिनलों के बीच स्थानांतरित करने में मदद करेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि दिल्ली हवाई अड्डे पर भारी यातायात को केवल एयर ट्रेन के माध्यम से ही प्रबंधित किया जा सकता है। रिपोर्टों के अनुसार, लगभग 25% यात्री ट्रांजिट यात्री होंगे, जिनके लिए टर्मिनलों के बीच निर्बाध स्थानान्तरण आवश्यक है। टेंडर प्रक्रिया अक्टूबर और नवंबर में शुरू होगी, जिसमें विभिन्न ऑपरेटरों से बोलियाँ आमंत्रित की जाएंगी। सफल बोली लगाने वाले का चयन लागत और अन्य कारकों के आधार पर किया जाएगा।
बता दें कि एयर ट्रेन की शुरुआत से न केवल यात्रियों के लिए यात्रा करना आसान होगा, बल्कि यह दिल्ली एयरपोर्ट की क्षमता और सुविधाओं को भी एक नया आयाम देगी। इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन से दिल्ली हवाई अड्डे पर यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के साथ ही, इसे वैश्विक मानकों पर लाने में मदद मिलेगी।