Israel-Hamas War: इजरायल के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए भारत में फिलिस्तीनी राजदूत अदनान अबू अल-हैजा ने गुरुवार को कहा कि हमास "एक आतंकवादी संगठन नहीं है" बल्कि "स्वतंत्रता सेनानी" है जो इसके खिलाफ लड़ रहा है। उन्होंने इजराइल का जिक्र करते हुए कहा कि 'कब्जा' 'आतंकवादी' है और उसे फिलिस्तीन छोड़ देना चाहिए, उन्होंने आगे पुष्टि की कि फिलिस्तीनियों को किसी भी अन्य देश की तरह "शांति और स्वतंत्रता" से रहने की अनुमति दी जानी चाहिए।
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अल-हैजा ने मौजूदा संघर्ष के दौरान फिलिस्तीन के लोगों का समर्थन करने के लिए केरल राज्य के लोगों को भी धन्यवाद दिया। कोझिकोड में पत्रकारों से बात करते हुए फिलिस्तीनी दूत ने कहा, मैं यहां बताना चाहूंगा कि हमास एक आतंकवादी संगठन नहीं है। हमास एक स्वतंत्रता सेनानी संगठन है। वे कब्जे से लड़ रहे हैं, कब्जा आतंकवादी है और उन्हें हमारा घर छोड़ देना चाहिए। हमें दुनिया के किसी भी अन्य देश की तरह शांति और स्वतंत्रता से रहना चाहिए।
Israel-Hamas War: उन्होंने कहा, मैं फिलिस्तीनी मुद्दे और फिलिस्तीनी लोगों को समर्थन देने के लिए केरल के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं।" गौरतलब है कि 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजराइल पर किए गए हमले के बाद से फिलिस्तीनी प्राधिकरण ने कभी भी हमले की निंदा नहीं की है। इससे पहले फिलिस्तीनी दूत ने बताया था कि जब तक "पूर्वी यरुशलम को राजधानी बनाकर फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना नहीं हो जाती" तब तक इजरायल के साथ संघर्ष हमेशा जारी रहेगा।