भारत

लॉरेंस विश्नोई का एनकाउंटर करने वाले को 1 करोड़ देगी करणी सेना

महाराष्ट्र के NCP नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद एक बार फिर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम सुर्खियों में है।

Rahul Kumar

UBVS लॉरेंस बिश्नोई को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने का अनुरोध किया

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या में भी लॉरेंस बिश्नोई का नाम आया था इसी बीच करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत ने बड़ी घोषणा की है उन्होंने बताया कि जो पुलिस कर्मचारी लॉरेंस बिश्नोई का एनकाउंटर करेगा, उसको करणी सेना के 1 करोड़ 11 लाख 11 हजार 111 रुपये का पुरुस्कार देगी। भयमुक्त भारतवर्ष की जरुरत जिस वजह से ऐसे लोगों का एनकाउंटर करना ही चाहिए अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को एक राजनीतिक दल से महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने का ऑफर मिला है. उत्तर भारतीय विकास सेना (UBVS) नाम की यह पार्टी भारतीय निर्वाचन आयोग और महाराष्ट्र राज्य निर्वाचन आयोग में रजिस्टर्ड है. इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने लॉरेंस बिश्नोई को पत्र लिखकर महाराष्ट्र में चुनाव लड़ने का अनुरोध किया है। सुनील शुक्ला के मुताबिक मुंबई में चुनाव लड़ने के लिए अब तक उत्तर भारतीय विकास सेना के 4 उम्मीदवारों का नाम फाइनल हो चुका है. लॉरेंस बिश्नोई की मंजूरी के साथ 50 और उम्मीदवारों की सूची जल्द ही घोषित की जाएगी. उन्होंने लॉरेंस को लिखे पत्र में कहा है, 'हमें गर्व है कि आप पंजाब में जन्मे उत्तर भारतीय हैं और हम उत्तर भारतीय विकास सेना के नाम से एक राष्ट्रीय और महाराष्ट्र राज्य पंजीकृत एक राजनीतिक दल हैं, जो भारत में उत्तर भारतीयों के अधिकारों के लिए काम कर रहे हैं. लॉरेंस बिश्नोई को लिखे पत्र में यूबीवीएस अध्यक्ष ने कही ये बात लॉरेंस बिश्नोई को लिखे पत्र में यूबीवीएस अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने कहा है, 'हम आप में शहीद भगत सिंह को देखते हैं. उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड और पांच अन्य उत्तर भारतीय राज्यों से आने वाले उत्तर भारतीय, जो महाराष्ट्र में पैदा हुए और पले-बढ़े हैं, जो ओबीसी, एससी और एसटी हैं, उन्हें आरक्षण से केवल इस कारण वंचित रखा गया है क्योंकि उनके पूर्वज उत्तर भारतीय थे. अगर भारत एक इकाई है तो हम इस अधिकार से वंचित क्यों हैं?'

उत्तर भारतीयों के लेकर बड़ी बात

लॉरेंस बिश्नोई को लिखे पत्र में यूबीवीएस अध्यक्ष ने कही ये बात लॉरेंस बिश्नोई को लिखे पत्र में यूबीवीएस अध्यक्ष सुनील शुक्ला ने कहा है, हम आप में शहीद भगत सिंह को देखते हैं. उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड और पांच अन्य उत्तर भारतीय राज्यों से आने वाले उत्तर भारतीय, जो महाराष्ट्र में पैदा हुए और पले-बढ़े हैं, जो ओबीसी, एससी और एसटी हैं, उन्हें आरक्षण से केवल इस कारण वंचित रखा गया है क्योंकि उनके पूर्वज उत्तर भारतीय थे. अगर भारत एक इकाई है तो हम इस अधिकार से वंचित क्यों हैं?' सुशील शुक्ला ने आगे लिखा है,हम आपको महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लड़ने का प्रस्ताव देते हैं उत्तर भारतीय विकास सेना के कार्यकर्ता और पदाधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि आप शानदार प्रदर्शन के साथ चुनाव जीतें और अपने समाज का उद्धार करें।