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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर मांग की है कि आतिशी को इस बार स्वतंत्रता दिवस के मौके पर झंडा फहराने की इजाजत दी जाए। उनकी इस मांग पर अब दिल्ली बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आपत्ति जताई है।
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उन्होंने कहा कि अगर केजरीवाल चाहते हैं कि आतिशी झंडा फहराएं, तो फिर उन्हें अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए और आतिशी को कार्यवाहक मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। इसके बाद, वे झंडा फहरा सकती हैं। मुझे लगता है कि मुख्यमंत्री अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। इसलिए वो इस तरह का लेटर लिख रहे हैं। बतौर मुख्यमंत्री उन्हें इस बात का पता होना चाहिए कि राष्ट्रीय ध्वज की कुछ मर्यादाएं होतीं हैं, लेकिन अब वे इस मर्यादाओं पर कुठाराघात करने पर आमादा हो चुके हैं, जो कि किसी भी मायने में उचित नहीं है।
बीजेपी नेता ने आगे कहा, मुख्यमंत्री को यह बात समझनी होगी कि ध्वज फहराने वाले व्यक्ति का एक गरिमामय पद पर होना अनिवार्य है, लेकिन वे अब इस तरह की मांग कर गरिमा पर लगातार चोट कर रहे हैं, जो कि ठीक नहीं है। ऐसा कर वे यह बताने का प्रयास कर रहे हैं कि वे अपना मानसिक संतुलन खो चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने विभव कुमार मामले पर भी टिप्पणी की। बता दें कि विभव पर स्वाति मालीवाल के साथ मारपीट करने का आरोप है। उन पर आरोप है कि उन्होंने मुख्यमंत्री आवास पर आतिशी के साथ मारपीट की थी।
सचदेवा ने कहा, विभव पर गंभीर आरोप लगे हैं, लेकिन पूरी आम आदमी पार्टी उन्हें बचाने के प्रयास में जुटी हुई है। घटना के एक दिन बाद संजय सिंह ने प्रेस वार्ता में कहा कि हम आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे, लेकिन इसके बाद उन्होंने अपना बयान पलट लिया और इसके बाद आतिशी भी संजय सिंह के सुर में सुर मिलाने लगी। हमारा सवाल है कि आखिर स्वाति मालीवाल क्या सवाल पूछना चाहती थीं, जिन्हें चुप कराने के लिए उनके साथ मारपीट की गई है। मुझे यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि इस साजिश के सूत्रधार मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल हैं, और कोई नहीं।