Narendra Modi Swearing-in Ceremony : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। खरगे और कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी को राष्ट्रपति भवन में रविवार शाम आयोजित होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा गया है।
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कांग्रेस अध्यक्ष के करीबी सूत्रों ने बताया कि वह समारोह में शामिल होंगे। कोई अन्य विपक्षी नेता हालांकि मोदी और उनके मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होगा। वामपंथी नेता सीताराम येचुरी और डी राजा ने कहा कि वे शपथ ग्रहण समारोह में नहीं जा रहे हैं।
तृणमूल कांग्रेस की नेता सागरिका घोष ने 'एक्स' पर अपना निमंत्रण पत्र पोस्ट किया और कहा कि वह समारोह में शामिल नहीं होंगी।उन्होंने 'एक्स' पर कहा, ''आदरणीय राष्ट्रपति जी। आपके आमंत्रण के लिए धन्यवाद। मुझे खेद है कि चूंकि हम विपक्ष में बैठे लोग जनादेश खो चुके नरेन्द्र मोदी के शपथ ग्रहण की नैतिक वैधता को स्वीकार नहीं करते, इसलिए मैंने व्यक्तिगत रूप से इसमें शामिल न होने का निर्णय लिया है।''पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार को अपनी पार्टी के सांसदों की बैठक में कहा था कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी।
वहीं , कांग्रेस नेता अलका लांबा ने रविवार को कहा कि नरेन्द्र मोदी अपने तीसरे कार्यकाल में 'कमजोर प्रधानमंत्री' साबित होंगे, क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को लोकसभा चुनाव में अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है।अलका लांबा ने पीटीआई-वीडियो से कहा, "एक कमज़ोर प्रधानमंत्री शपथ ले रहा है। इस प्रधानमंत्री के पास बहुमत नहीं है। तानाशाह कमज़ोर पड़ रहा है। वह संविधान बदलने के लिए 400 सीटें मांग रहा था, उसे बहुमत भी नहीं मिला।" उन्होंने दावा किया कि विपक्ष देश में लोकतंत्र बचाने के लिए जीत हासिल करने में कामयाब रहा।
जम्मू-कश्मीर की पांच लोकसभा सीट के नतीजों के बारे में पूछे जाने पर लांबा ने कहा कि यह संतोषजनक है क्योंकि विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने दो सीट जीती हैं।उन्होंने कहा, "जम्मू में भाजपा ने दो सीटें जीतीं, विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' ने दो सीट जीतीं जबकि एक सीट पर निर्दलीय ने जीत दर्ज की। अगर कश्मीर की बात करें तो भाजपा ने अपना उम्मीदवार भी नहीं उतारा क्योंकि जम्मू-कश्मीर को उन्होंने जो जख्म दिए हैं, वे बहुत गहरे हैं।"
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस चुनाव पूर्व के गठबंधन को जारी रखेगी, इस पर लांबा ने कहा कि शीर्ष नेतृत्व इस पर फैसला करेगा। उन्होंने कहा, "जम्मू-कश्मीर में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा। दिल्ली और हरियाणा में हमने आम आदमी पार्टी (आप) के साथ गठबंधन किया था लेकिन हमें इससे कोई फायदा नहीं हुआ। इन सभी मुद्दों पर शीर्ष नेतृत्व चर्चा करेगा और फिर फैसला लेगा।"
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