राज्यपाल पर महिला कर्मचारी के गम्भीर आरोपों पर आज बंगाल की सियासत काफी गर्म रही। दरअसल, आज सीएम ममता बनर्जी ने इस मुद्दे को लेकर PM मोदी को घेरा और उनसे इस मुद्दे पर जवाब मांगा।
Highlights:
● राजभवन की कर्मचारी द्वारा राज्यपाल पर लगे गंभीर आरोप पर बंगाल की सियासत गर्म
● सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी पर दागे सवाल
● राज्यपाल पर राजभवन कर्मचारी ने लगाया 'शीलभंग' करने का आरोप
राजभवन की एक अस्थायी कर्मचारी द्वारा राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस पर 'उसका शीलभंग करने' का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराने के एक दिन बाद शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया।
पूर्वी मिदनापुर जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री का नाम लिये बिना कहा, आप गुरुवार की रात वहां मौजूद थे लेकिन आपने इस पर एक शब्द भी नहीं कहा। आपने संदेशखाली के बारे में काफी कुछ कहा। लेकिन मैंने वहां ऐसा कुछ नहीं होने दिया। वहां जमीन से जुड़े कुछ मसले जरूर हैं जिसे मेरे अधिकारियों ने हल कर दिया है। लेकिन आपने क्या किया है?
मुख्यमंत्री बनर्जी ने कहा कि गुरुवार को जो शिकायत सामने आई है, उन्हें उसी तरह की कई और शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा, मुझे पहले भी ऐसी शिकायतें मिली थीं, लेकिन मैंने कुछ नहीं कहा। मैंने उस महिला के आंसू देखे हैं जिसने शिकायत दर्ज कराई है। इसका एक वीडियो मेरे पास आया है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजभवन के पीस रूम में कार्यरत एक कर्मचारी राजभवन स्थित पुलिस चौकी के प्रभारी अधिकारी के पास गई और आनंद बोस पर स्थायी नौकरी दिलाने के बहाने छेड़छाड़ का आरोप लगाया। बाद में उसने हरे स्ट्रीट थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई, जिसके दायरे में राजभवन आता है।
राज्यपाल के कार्यालय ने गुरुवार रात एक संक्षिप्त बयान जारी कर कहा, सच्चाई की जीत होगी। मनगढंत कहानियों से मैं डरने वाला नहीं हूं। यदि कोई निहित चुनावी लाभ के लिए मेरी छवि खराब करना चाहता है तो भगवान उनका भला करे। लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को रोक नहीं सकते।
गौरतलब है कि ममता बनर्जी के बयानों और आरोपों के बीच संयोग से प्रधानमंत्री शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में थे, जहां उन्होंने कुल तीन रैलियों को संबोधित किया।
हालांकि उन्होंने इस मुद्दों पर अपने संबोन्धन मे कहीं ज़िक्र नहीं किया।