प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईद की बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि यह त्योहार सदभाव के बंधन को और मजबूत करेगा। मोदी ने आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा,'अब से कुछ दिनों बाद लोग चांद की प्रतीक्षा करेंगे। रमजान के दौरान एक महीने के उपवास के बाद ईद का पर्व जश्न की शुरुआत का प्रतीक है। आशा करता हूं कि ईद का त्योहार सछ्वाव के बंधन को और मजबूती प्रदान करेगा।' मन की बात का यह 44 वां संस्करण था।
पीएम मोदी ने महिलाओं के रोमांचक अभियानों की सराहना करते हुए कहा कि रोमांच से विकास का जन्म होता है और साहसिक कारनामों से कुछ अलग और नया करने की प्रेरणा मिलती है। मोदी ने कहा कि अगर मानव जाति की विकास यात्रा देखें तो किसी-न-किसी रोमांच की कोख में ही प्रगति पैदा हुई है। विकास रोमांच की गोद में जन्म लेता है। उन्होंने कहा,'कुछ कर गुजरने का इरादा, कुछ लीक से हटकर के करने का मायना, कुछ असाधारण करने की बात, मैं भी कुछ कर सकता हूँ – ये भाव, करने वाले भले कम हों, लेकिन उनसे युगों तक, कोटि-कोटि लोगों को प्रेरणा मिलती रहती है।'
प्रधानमंत्री ने भारतीय नौसेना की छह जांबाज महिला अधिकारियों के तारिणी अभियान दल को बधाई देते हुए कहा कि यह विश्व में अपने आप में अकेली घटना है। उन्होंने कहा,'नाविका सागर परिक्रमा- मैं उनके विषय में कुछ बात करना चाहता हूँ। भारत की इन छह बेटी 250 से भी ज्यादा दिन समुद्र के माध्यम से तारिणी में पूरी दुनिया की सैर कर 21 मई को भारत वापस लौटी हैं और पूरे देश ने उनका काफी गर्मजोशी से स्वागत किया।'
पीएम मोदी ने कहा कि यह विश्व में अपने आप में एक पहली घटना थी। गत बुधवार को मुझे इन सभी बेटियों से मिलने का, उनके अनुभव सुनने का अवसर मिला। उन्होंने कहा,' मैं एक बार फिर इन बेटियों को, उनके रोमांच को, नौसेना की प्रतिष्ठा को बढ़ने के लिए, भारत का मान-सम्मान बढ़ने के लिये और विशेषकर दुनिया को भी लगे कि भारत की बेटियाँ कम नहीं हैं – ये सन्देश पहुँचाने के लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।'
पीएम मोदी ने आगे कहा, मेरे लिए खुशी की बात है कि मुझे भी भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट ने चैलेंज किया है और मैंने भी उनके चैलेंज को स्वीकार किया है। मैं मानता हूं ये बहुत अच्छी चीज़ है और इस तरह का चैलेंज हमें फिट रखने और दूसरों को भी फिट रहने के लिए प्रोत्साहित करेगा।'
उन्होंने कहा 'दो महीने पहले जब मैंने #fitIndia की बात की थी तो मैंने नहीं सोचा था कि इस पर इतना अच्छा रिस्पोंस आएगा। इतनी संख्या में हर क्षेत्र से लोग इसके सपोर्ट में आएंगे। जब मैं फिट इंडिया की बात करता हूं तो मैं मानता हूं कि जितना हम खेलेंगे, उतना ही देश खेलेगा।'
प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर के एक आश्रम-स्कूल के पांच आदिवासी बच्चों मनीषा धुर्वे, प्रमेश आले, उमाकान्त मडवी, कविदास कातमोड़, विकास सोयाम का जिक्र किया और कहा कि इन आदिवासी बच्चों के एक दल ने दुनिया की सबसे ऊँची चोटी पर चढ़ाई की और पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
उन्होंने 16 वर्षीय शिवांगी पाठक को बधाई दी जो नेपाल की ओर से ऐवरेस्ट फतह करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय महिला बनी है। मोदी ने अजीत बजाज और उनकी बेटी दीया को भी बधाई दी। यह ऐवरेस्ट की चढ़ाई करने वाली पहली भारतीय पिता-पुत्री की जोड़ है। प्रधानमंत्री ने ऐवरेस्ट की चढ़ाई करने वाली 50 वर्षीय संगीता बहल का भी जिक्र किया।
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