NEET UG Paper Leak : नीट परीक्षा का पेपर लीक होने के चलते उम्मीदवारों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। याचिका में संविधान के समानता के अधिकार के उल्लंघन का हवाला दिया गया है। याचिका में एनटीए को नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई है, क्योंकि पेपर लीक ने परीक्षा की पवित्रता को प्रभावित किया है।
Highlights
नीट यूजी 2024 के पेपर लीक होने की खबरों के बाद कुछ उम्मीदवारों ने पेपर लीक के आरोप लगाया था। जिसके बाद छात्रों के द्वारा दोबारा परीक्षा कराने की मांग की गई। जिसे लेकर अब सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दायर की है। याचिका में एनटीए को नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने का निर्देश देने की मांग की गई है, क्योंकि पेपर लीक ने परीक्षा की पवित्रता को प्रभावित किया है। याचिकाकर्ताओं ने तर्क दिया है कि पेपर लीक ने संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन किया है, जो हर नागरिक को समानता का अधिकार देता है।
इस बार बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं नीट परीक्षा में शामिल हुए थे। इस साल एग्जाम में 24 लाख कैंडिडेट्स शामिल हुए थे। बता दें कि नीट परीक्षा का आयोजन हर साल किया जाता है। जिसमें बड़ी संख्या में छात्र व छात्राएं शामिल होते हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) देशभर के सरकारी और निजी कॉलेजों में MBBS, BDS और आयुष पाठ्यक्रमों के लिए NEET-UG परीक्षा आयोजित करती है। परीक्षा परिणाम 14 जून को घोषित होने की उम्मीद है।
शिवांगी मिश्रा और अन्य की तरफ से दायर याचिका में एनटीए को एक पक्ष बनाया गया है और पेपर लीक और परीक्षा की पवित्रता का मुद्दा उठाया है। याचिका में नए सिरे से परीक्षा आयोजित करने के लिए निर्देश देने की मांग की गई है। नीट-यूजी परीक्षा में कथित कदाचार की याचिका दायर की गई है। याचिकाकर्ताओं का दावा है कि पेपर लीक के कारण परीक्षा में कदाचार हुआ है। बता दें कि 1 जून को वकील उषा नंदिनी वी की ओर से दायर की गई याचिका इस हफ्ते अवकाश पीठ के समक्ष सूचीबद्ध की जाने की उम्मीद है।
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