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सिर्फ 7 लोग जानते थे किस समय और कैसे होगा बालाकोट हमला, पूरा प्लान था ख़ुफ़िया

बालाकोट हमले की रणनीति बेहद खुफिया रखी गयी थी और सिर्फ 7 लोगों को ही जानकारी थी की हमला होने वाला है। सिर्फ 7 लोग जानते थे ,पूरा प्लान था ख़ुफ़िया

Desk Team

पुलवामा हमले के 12 दिनों बाद भारत की तरफ से जवाब दिया गया जिसमे टाइगर स्क्वाड्रन के चार मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के अंदर घुस कर बालाकोट तक बमबारी की जिसमे 325 आतंकवादी और आतंकियों के ट्रेनर मारे गए हैं। भारतीय वायुसेना ने मंगलवार तड़के 3.40 बजे और 3.53 बजे के बीच हमला किया जिससे अब पाकिस्तान बौखलाया हुआ है।

मंगलवार तड़के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादी ठिकानों वायु सेना की कार्रवाई जानकारी देते हुए आज यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इसमें बालाकोट जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ शिविर नेस्तनाबूद कर दिया गया है। इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद के बड़ संख्या में आतंकवादी प्रशिक्षक वरिष्ठ कमांडर और जेहादियों का सफाया किया गया है।

विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद बालाकोट , चकोटी , विभिन्न स्थानों पर फिदायीन हमला करने की तैयारी कर रहा है जिसके लिए इस शिविर में जिहादियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

वायु सेना ने इस कार्रवाई में जैश-ए- मोहम्मद की रीढ़ तोड़ दी है। इस कार्रवाई में जहां बड़ संख्या में आतंकवादियों को मार गिराया गया है वहीं कोई आम नागरिक हताहत नहीं हुआ है। बालाकोट शिविर का संचालन आतंकवादी सरगना मसूद अजहर का रिश्तेदार युसूफ अजहर करता था।

भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से जो वादा किया था उसे इस हमले के द्वारा पूरा किया और भारतीय वायुसेना ने अपना पराक्रम दिखाकर पुलवामा में शहीद हुए जवानों की शहादत का बदला ले लिया। इस हमले की रणनीति बेहद खुफिया रखी गयी थी और सिर्फ 7 लोगों को ही जानकारी थी की हमला होने वाला है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ तीनों सैन्य प्रमुखों और रॉ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख के साथ मिलकर पाकिस्तान को सबक सिखाने की रणनीति तैयार की थी और जब तक ये हमला नहीं हो जाता तब तक पाकिस्तान को उलझाए रखने का प्लान तैयार किया था।

इस बात की पूरी सावधानी बरती गयी की हमला असैन्य हो जिसमे पाकिस्तानी नागरिक और पाकिस्तानी फ़ौज को निशाना ना बनाया जाए सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर ये कार्यवाही की गयी। भारत की ये कार्यवाही अपने बचाव में की गयी कार्यवाही है।

पाकिस्तान पर हमले की मंजूरी 18 फरवरी को पीएम मोदी के द्वारा दे दी गयी थी। भारत की बाहरी खुफिया एजेंसी रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) को खुफिया जानकारी हासिल हुई की पाकिस्तान के बालाकोट में भारी संख्या में आतंकवादी मौजूद है।

25 फरवरी को आतंकियों की जानकारी मिलते ही हमले का फैसला लिया गया। मोदी, डोभाल, तीनों सैन्य प्रमुख और रॉ और इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख समेत सिर्फ 7 लोग जानते थे की पाकिस्तान पर हमला होने वाला है।

पीएम मोदी बालाकोट हमले की कार्यवाही के बारे में जानने के लिए रातभर जगे रहे थे। साथ ही वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ, सेना प्रमुख बिपिन रावत और नौसेना प्रमुख सुनील लांबा, रॉ और आईबी के प्रमुख कार्यवही के दौरान पूरी रात जागकर इस कार्यवाही पर नजर बनाये हुए थे। साथ ही इस बात का पूरा ध्यान रखा गया कि अगर पाकिस्तान की जवाबी कार्यवाही की गयी तो भूमि या समुद्र पर तत्काल जवाबी कार्रवाई शुरू की जा सके।