G-20 को लेकर पुरे देश में तैयारियां हो रही है। साथ ही इस कार्यक्रम को लेकर प्रगति मैदान को भी काफी अच्छे से तैयार किया गया है। जी हाँ प्रगति मैदान में भारत मंडपम के अंदर ही G-20 शिखर सम्मलेन का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस भारत मंडपम की कई खासियत है। सबसे पहले इस बिल्डिंग के सामने ही नटराज मूर्ति को खड़ा किया गया है। जिसके लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा ट्ववीट किया गया है की "भारत मंडपम में अष्टधातु से बनी नटराज की मूर्ति स्थापित है। 27 फीट ऊंची, 18 टन वजनी यह मूर्ति अष्टधातु से बनी सबसे ऊंची मूर्ति है और इसे तमिलनाडु के स्वामी मलाई के प्रसिद्ध मूर्तिकार राधाकृष्णन स्थापति और उनकी टीम ने रिकॉर्ड 7 महीने में तैयार किया है। चोल साम्राज्य काल से ही राधाकृष्णन की 34 पीढ़ियाँ मूर्तियाँ बना रही हैं। ब्रह्मांडीय ऊर्जा, रचनात्मकता और शक्ति का महत्वपूर्ण प्रतीक नटराज की यह मूर्ति। G20 शिखर सम्मेलन में आकर्षण बनने जा रही है। यह प्रतिष्ठित परियोजना संस्कृति मंत्रालय की टीम आईजीएनसीए द्वारा संचालित की जाती है।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के ट्ववीट का जवाब देते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी तारीफ़ में कहा की "भारत मंडपम में स्थापित नटराज की विशाल प्रतिमा हमारी समृद्ध संस्कृति और इतिहास के तत्वों का स्मरण कराती है। चूंकि दुनिया जी20 शिखर सम्मेलन के लिए एकत्रित होगी, यह भारत की सदियों पुरानी कलात्मकता और परंपराओं का प्रमाण होगा।"