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PM मोदी ने बाढ़ प्रभावित केरलवासियों के जज्बे को किया सलाम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित केरल के लोगों को उनके ‘‘जीवटता’’ के लिए सलाम किया और आज कहा कि देश इस समय राज्य के साथ पूरी

Desk Team

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बाढ़ प्रभावित केरल के लोगों को उनके ''जीवटता'' के लिए सलाम किया और आज कहा कि देश इस समय राज्य के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ा है। उन्होंने बाढ़ प्रभावित कुछ क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया।

केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम, मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन और केन्द्रीय मंत्री के जे अल्फोंस हवाई सर्वेक्षण के दौरान प्रधानमंत्री के साथ थे। बाढ़ स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मोदी ने कई ट्वीट कर कहा,''मैं केरल के लोगों की उनकी जीवटता के लिए सलाम करता हूं…राष्ट्र इस वक्त केरल के साथ पूरी दृढ़ता के साथ खड़ा है।

प्रधानमंत्री ने ट्वीट किया,'' मेरी संवेदना उन परिवारों के साथ है जो केरल में बाढ़ के कारण अपने लोगों को खो चुके हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। हम सभी केरल के लोगों की भलाई और सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।

मोदी ने कहा,''केन्द्र सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं, बागवानी के समन्वित विकास के लिए मिशन के लाभ केरल के प्रभावित लोगों तक प्राथमिकता के आधार पर पहुंचे।''

मोदी ने इस प्रतिकूल स्थिति में अधिकारियों के प्रयासों की भी सराहना की और इस ''असाधारण'' स्थिति के दौरान केरल के लिए देशभर के लोगों द्वारा दिये गये समर्थन और एकजुटता की भी प्रशंसा की।

उन्होंने कहा,''एनडीआरएफ की टीम, बीएसएफ की कंपनियां, सीआईएसएफ और आरएएफ को राहत एवं बचाव अभियान के लिए राज्य में तैनात किया गया है। वायुसेना,सेना, नौसेना और तटरक्षक बल केरल के विभिन्न भागों में अभियानों में मदद कर रहे है। फंसे हुए लोगों को बचाना शीर्ष प्राथमिकता में है।''

प्रधानमंत्री ने कहा,''केन्द्र केरल को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रहा है। इसमें वित्तीय सहायता, खाद्य पदार्थ और दवाइयां उपलब्ध कराना शामिल हैं। हमने एनएचएआई,एनटीपीसी,पीजीसीआईएल को सभी संभव सहायता मुहैया कराने के लिए कहा है।''

राज्य आपदा प्रबंधन के नियंत्रण कक्ष से मिली सूचना के मुताबिक आठ अगस्त से अब तक 194 लोगों की जानें जा चुकी है और 36 लोग लापता हैं। 3.14 लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में है।