PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चार महीने के लंबे अंतराल के बाद रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के 111वें एपिसोड में 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान की तारीफ की और कहा कि इस अभियान से धरती मां की भी रक्षा होगी।
- रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम के 111वें एपिसोड
- पीएम मोदी ने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के प्रति उत्साह की तारीफ की
- सबको पेड़ लगाने के लिए जगाया उत्साह
PM Modi ने बताया दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता
पीएम मोदी(PM Modi) ने 'मन की बात' कार्यक्रम में कहा कि दुनिया का सबसे अनमोल रिश्ता है 'मां' का। उन्होंने कहा, हम सबके जीवन में 'मां' का दर्जा सबसे ऊंचा होता है। मां, हर दुख सहकर भी अपने बच्चे का पालन-पोषण करती है। हर मां, अपने बच्चे पर हर स्नेह लुटाती है। जन्मदात्री मां का यह प्यार हम सब पर एक कर्ज की तरह होता है, जिसे कोई चुका नहीं सकता। उन्होंने कहा कि हम मां को कुछ दे तो सकते नहीं, लेकिन और कुछ कर सकते हैं क्या? इसी सोच से इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस पर एक विशेष अभियान शुरू किया गया है, इस अभियान का नाम 'एक पेड़ मां के नाम' है।
मैंने भी एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाया है- पीएम मोदी
पीएम मोदी(PM Modi) ने कहा, मैंने भी एक पेड़ अपनी मां के नाम लगाया है। मैंने सभी देशवासियों से, दुनिया के सभी देशों के लोगों से ये अपील की है कि अपनी मां के साथ मिलकर, या उनके नाम पर एक पेड़ जरूर लगाएं। और मुझे ये देखकर बहुत खुशी है कि मां की स्मृति में या उनके सम्मान में पेड़ लगाने का अभियान तेजी से आगे बढ़ रहा है।
'सबको मां के प्रति अपना स्नेह जताने का समान अवसर'
पीएम मोदी ने कहा कि हर कोई अपनी मां के लिए पेड़ लगा रहा है, चाहे वह अमीर हो या गरीब, कामकाजी महिला हो या गृहिणी। इस अभियान ने सबको मां के प्रति अपना स्नेह जताने का समान अवसर दिया है। वो अपनी तस्वीरों को प्लांट फोर मदर और एक पेड़ मां के नाम के साथ शेयर करके दूसरों को प्रेरित कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने बताया इस अभियान का लाभ
पीएम मोदी ने आगे कहा कि इस अभियान का एक और लाभ होगा। धरती भी मां के समान हमारा ख्याल रखती है। धरती मां ही हम सबके जीवन का आधार है, इसलिए हमारा भी कर्तव्य है कि हम धरती मां का भी ख्याल रखें। मां के नाम पेड़ लगाने के अभियान से अपनी मां का सम्मान तो होगा ही होगा, धरती मां की भी रक्षा होगी।
उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत में सबके प्रयास से वन क्षेत्र का अभूतपूर्व विस्तार हुआ है। अमृत महोत्सव के दौरान, देशभर में 60 हजार से ज्यादा अमृत सरोवर भी बनाए गए हैं। अब हमें ऐसे ही मां के नाम पर पेड़ लगाने के अभियान को गति देनी है।