राजनीतिक

वोटिंग % जारी करने में देरी पर सियासी घमासान, ECI ने कहा – उम्मीदवारों के पास भी उपलब्ध होते हैं हर बूथ के मतदान के आंकड़े

Shera Rajput

लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों के मतदान के अंतिम आंकड़े जारी करने में देरी को लेकर विपक्षी दलों की आलोचना झेल रहे भारतीय निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कहा कि वह वोटिंग के आंकड़े समय पर जारी करने को उचित महत्व देता है।
मतदान केंद्र पर मतदाताओं के पहुंचने की संख्‍या फॉर्म 17सी में दर्ज
आयोग की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रत्येक मतदान केंद्र पर मतदाताओं के पहुंचने की संख्‍या को फॉर्म 17सी में दर्ज किया जाता है। पारदर्शिता के लिए पीठासीन अधिकारी और सभी उपस्थित मतदान एजेंटों द्वारा विधिवत हस्ताक्षरित फॉर्म 17सी की प्रतियां सभी उपस्थित मतदान एजेंटों के साथ साझा की जाती हैं। इस प्रकार, निर्वाचन क्षेत्र ही नहीं बूथवार मतदान का आंकड़ा भी उम्मीदवारों के पास उपलब्ध होता है, जो एक वैधानिक आवश्यकता है।
ईसीआई की कार्य-प्रणाली में प्रकटीकरण और पारदर्शिता महत्‍वपूर्ण
बयान में कहा गया है कि आयोग प्रत्येक चरण के मतदान के बाद मतदान प्रतिशत के आंकड़े समय पर जारी करने को उचित महत्व देता है। ईसीआई की कार्य-प्रणाली में प्रकटीकरण और पारदर्शिता महत्‍वपूर्ण हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में मतदान में मामूली गिरावट
निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव के पहले दो चरणों में मतदान में मामूली गिरावट को देखते हुए मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने की पहल तेज कर दी है। अब तक पहले चरण में 66.14 प्रतिशत मतदान हुआ है। दूसरे चरण में 66.71 प्रतिशत मतदान हुआ है। यह चुनाव 2019 के मुकाबले कम है। आयोग के मुताबिक उसने अपना सारा ध्यान मतदाताओं के मतदान प्रतिशत को बढ़ाने पर केंद्रित किया हुआ है।
आयोग दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया में कुछ महानगरों में मतदान प्रतिशत के स्तर से निराश
आयोग दूसरे चरण की मतदान प्रक्रिया में कुछ महानगरों में मतदान प्रतिशत के स्तर से निराश है, जो कि भारत के उच्च तकनीक वाले शहरों में अत्यधिक उदासीनता का सूचक है। अगले चरणों से पहले आयोग संबंधित नगरों के प्रशासन के साथ लगातार संपर्क बनाए रखेगा।
7 मई को होने वाले आम चुनावों के तीसरे चरण का मतदान
मौसम विभाग के अनुसार, 7 मई को होने वाले आम चुनावों के तीसरे चरण के लिए गर्मी कोई बड़ी चिंता नहीं है।