- बीजेपी नेता साध्वी अनादि ने बृहस्पतिवार (2 नवंबर) को कांग्रेस में शामिल हो गई है।
- सीएम गहलोत की मौजूदगी में पार्टी का थामा हाथ।
- टिकट नहीं देने से नाराज साध्वी अनादि सरस्वती।
भारतीय जनता पार्टी को झटका देते हुए, भाजपा नेता साध्वी अनादि सरस्वती गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। वह राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राजस्थान कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुईं। कांग्रेस उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में अजमेर उत्तर से टिकट देने पर विचार कर रही है। अनादि अजमेर उत्तर से बीजेपी से चुनाव लड़ना चाहती थी, लेकिन भाजपा ने उनकी जगह वासुदेव देवनानी को वहां से पार्टी प्रत्याशी बना दिया, इस बात से साध्वी अनादि खाफा हो गईं और कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली।
साध्वी अनादि सरस्वती ने सनातन धर्म को लेकर कही ये बात
साध्वी अनादि सरस्वती ने राजस्थान के सीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी में उनका सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया है,मुझे लगता है कि पूरे समाज में मेरी पहचान एक संत के रूप में है। एक संत किसी भी दलगत राजनीति से ऊपर होता है। और एक संत सनातन धर्म और पूरे विश्व को अपना परिवार मानता है। उसका एकमात्र लक्ष्य मानव जाति की सेवा करना है। एक संत ऐसा करता है किसी मंच की आवश्यकता नहीं है, उनका ध्यान केवल काम करने पर है, मैं सीएम को धन्यवाद देना चाहती हूं, उन्होंने सम्मान के साथ पार्टी में मेरा स्वागत किया।
कांग्रेस ने सत्ता में बहुमत के साथ जीत का किया दावा
राजस्थान के सीएम ने कहा कि उनकी पार्टी द्वारा दी गई गारंटी कांग्रेस के सत्ता में लौटने के बाद ही मजबूत होगी। हम अपनी योजनाओं, अपने पास किए गए कानूनों, अपनी गारंटी के आधार पर लोगों के बीच जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि लोग हमें फिर से आशीर्वाद दें। अगर सरकार दोबारा बनी तो आने वाले समय में मौजूदा योजनाएं मजबूत होंगी।