भारत

SandeshKhali: राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष और BJP नेताओं के खिलाफ पहुंची चुनाव आयोग

Shubham Kumar

TMC on SandeshKhali: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने रविवार को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा और पियाली दास सहित भारतीय जनता पार्टी के अन्य नेताओं के खिलाफ निर्वाचन आयोग (EC) में शिकायत दर्ज कराई। इस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि उन्होंने राजनीतिक लाभ के लिए पश्चिम बंगाल स्थित संदेशखाली की निर्दोष महिलाओं का ''शोषण करके आपराधिक साजिश'' रची।

Highlights: 

  • TMC ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र
  • TMC ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की अध्यक्ष व भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत
  • राजनीतिक लाभ के लिए रची आपराधिक साजिश

 TMC ने निर्वाचन आयोग को लिखा पत्र

निर्वाचन आयोग को लिखे एक पत्र में टीएमसी ने कहा कि वह रेखा शर्मा और पियाली दास के खिलाफ- '' संदेशखाली की निर्दोष महिलाओं और सामान्य रूप से सभी मतदाताओं के साथ जालसाजी, ठगी, धोखाधड़ी, आपराधिक धमकी देने और आपराधिक साजिश रचने के गंभीर अपराध के लिए शिकायत दर्ज करा रही है।''
टीएमसी ने कहा, ''यह घटनाओं के एक अत्यंत दुखद मोड़ पर आपका तत्काल ध्यान आकर्षित करने के लिए है, जिसमें भाजपा नेताओं ने राष्ट्रीय महिला आयोग के सदस्यों के साथ मिलकर मतदाताओं के खिलाफ आपराधिक साजिश रची और इसलिए आपके तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है।''

राजनीतिक लाभ के लिए महिलाओं का उपयोग से रची आपराधिक साजिश- TMC

शिकायत में संदेशखालि की एक महिला के साक्षात्कार का जिक्र किया गया जिसे 10 मई को सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर साझा किया गया था। शिकायत में कहा गया कि ''इससे पता चलता है कि रेखा शर्मा और पियाली दास ने राजनीतिक लाभ के लिए संदेशखाली की निर्दोष महिलाओं का शोषण करके जालसाजी, धोखाधड़ी, ठगी, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश के गंभीर अपराध किए हैं। आपके संदर्भ और इस शिकायत के समर्थन में उक्त साक्षात्कार को प्रदर्शित करने वाला एक लिंक यहां प्रदान किया गया है।''

'धमकी देकर कोरे कागज पर करवाया गया हस्ताक्षर करवाया गया'-  TMC

टीएमसी ने कहा कि साक्षात्कार के दौरान,  संदेशखाली की एक महिला ने आरोप लगाया कि रेखा शर्मा और पियाली दास ने धमकी देकर उसे बिना उद्देश्य जाने एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया। इसमें कहा गया, ''बाद में जब पुलिस ने उसे नोटिस जारी किया तो उसे पता चला कि उसे एक बलात्कार के मामले में वास्तविक शिकायतकर्ता बनाया गया है। उसे एहसास हुआ कि उसके हस्ताक्षर का इस्तेमाल उसकी सहमति के बिना बलात्कार की झूठी शिकायत दर्ज करने के लिए किया गया था।''

'राजनीतिक लाभ के लिए महिलाओं का शोषण एक निंदनीय कृत्य है'

टीएमसी ने शिकायत में कहा कि झूठी शिकायत दर्ज करने के लिए दबाव डालकर कोरे कागज पर हस्ताक्षर प्राप्त करने का कृत्य न केवल कानून और सत्ता का दुरुपयोग है, बल्कि जालसाजी, धोखाधड़ी, ठगी, आपराधिक धमकी और आपराधिक साजिश जैसे अपराधों की श्रेणी में भी आता है। इसमें कहा गया है कि राजनीतिक लाभ के लिए महिलाओं का शोषण एक निंदनीय कृत्य है जो उनके अधिकारों और गरिमा को कमजोर करता है।

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