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Noida में 3 दिन बंद रहेंगे स्कूल, जिला प्रशासन ने जारी किया आदेश, जानें तारीखें

Rahul Kumar Rawat

Noida: गौतमबुद्ध नगर जिले के 12वीं तक के सभी स्कूल बंद 2 अगस्तर तक बंद रहेंगे। गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन की ओर से स्कूलों को तीन दिन तक बंद रखने के आदेश दिए गए हैं। कावड़ यात्रा और जलाभिषेक के मद्देनजर नोएडा प्रशासन ने यह फैसला लिया है। हालांकि ऑनलाइन कक्षाएं संचालित होंगी। 2 अगस्त को श्रावस मास की शिवरात्रि का स्थानीय अवकाश जिला प्रशासन की ओर से घोषित किया गया है। प्रशासन की ओर से अपने आदेश में कहा गया कि 31 जुलाई से लेकर 1 अगस्त तक 12वीं कक्षा के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल की कक्षांए फिजिकल नहीं चलेंगी। 2 अगस्त को स्थानीय अवकाश रहेगा। कुल मिलाकर तीन दिन तक स्कूल बंद रहेंगे।

डिस्ट्रिक्ट स्कूल इंस्पेक्टर की ओर से जारी आदेश में कहा गया, कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए जिलाधिकारी महोदय द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में जनपद के समस्त उच्च शिक्षण संस्थान/यूनिवर्सिटी दिनांक 31 जुलाई से 1 अगस्त तक भौतिक रूप से संचालित नहीं होंगे। उपरोक्त तिथि में वर्चुअल कक्षाएं संचालित होंगी। 2 अगस्त को श्रावण मास की शिवरात्रि स्थानीय अवकाश घोषित किया है।

गाजियाबाद समेत कई जिलों के स्कूल बंद रहेंगे

बीते दिन गाजियाबाद जिले प्रशासन ने 31 जुलाई से 2 अगस्त तक कक्षा 12वीं तक के सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए थे। कांवड़ यात्रा को देखते हुए गाजियाबाद के कई हिस्सों में रूट डायवर्जन भी किया गया है। इसके अलावा, मुजफ्फरनगर, हापुड़, मेरठ, वाराणसी और सहारनपुर जिला प्रशासन ने भी 2 अगस्त तक कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूल बंद कर दिए हैं।

चलेगी वर्चुअल क्लास

इस दौरान ये दो दिन वर्चुअल कक्षाएं संचालित होगी। जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि 2 अगस्त को श्रावन मास की शिवरात्रि का स्थानीय अवकाश घोषित किया गया है। डॉ. धर्मवीर सिंह ने बताया कि दो दिन यानी बुधवार और गुरुवार को सभी प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, माध्यमिक, सीबीएसई, आईसीएसई, यूपी बोर्ड, आईबी बोर्ड और अन्य बोर्ड के द्वारा मान्यता प्राप्त स्कूलों, मदरसों, डिग्री कॉलेज और कॉलेज को जारी की गई तिथियों के दौरान बंद रखा जाएगा। वहीं जिले में पुलिस-प्रशासन ने भी सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता कर दी है।

2 अगस्त को शिवरात्रि

बता दें कि इसी महीने की 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हुआ है जिसमें पहले 15 दिन कांवड़ यात्रा पर भगवान भोलेनाथ के भक्त जाते हैं। कांवड़ यात्रा में शिवरात्रि से पहले गंगाजल लाकर अपने क्षेत्र के शिवालय पर चढ़ाना पड़ता है। आखिरी के दो तीन दिनों में ज्यादातर श्रद्धालु सड़कों पर दिखाई देते हैं। कांवड़ यात्रा में गंगाजल लेकर लौट रहे भक्तों को परेशानी न हो और उनकी लिए ट्राफिक जाम न हो इसलिए प्रशासन ने यह निर्देश जारी किया है।

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