जब कोई देश तकनीक की राह में दौड़ने लगता है तब उसे कई हानिकारक पर्यावरण प्रभावों का सामना करना पड़ता है जो ग्लोबल वार्मिंग जैसे रूपों में सामने आता है जिसकी वजह से वातावरण एक बड़े खतरे में उभर कर आता है। जैसे-जैसे भारत तरक्की कर रहा है वैसे-वैसे भारत के कई ऐसे राज्य और शहर है जहां पॉल्यूशन की बढ़ती मात्रा कम होने का नाम नहीं ले रहे। आपको बता दे की डस्ट के महंत सेंटर आफ एक्सीलेंस इन क्लाइमेट चेंज रिसर्च केक विश्लेषण में पाया गया है कि साल 2040 तक देश के कई शहर में गर्मी की बढ़ोतरी चार से 10 गुना हो सकती है। एक रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि इस साल 2040 तक ग्लोबल वार्मिंग के तहत कार्बन उत्सर्जन पर रोक लगाने की अगर कोशिश से भी होती रही तब भी कम से कम गर्मी की बढ़ोतरी कर से 7 गुना बढ़ सकती है और उन कोशिशें को नाकाम कर सकती है।