भारत का पहला सौर मिशन, आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान, जो सूर्य-पृथ्वी एल1 बिंदु के लिए निर्धारित है, ने पृथ्वी और चंद्रमा की तस्वीरें ली हैं। भारत की अंतरिक्ष एजेंसी- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने मंगलवार को आदित्य-एल1 द्वारा ली गई सेल्फी और तस्वीरें जारी की हैं, जिसने सफलतापूर्वक दूसरा पृथ्वी-संबंधी युद्धाभ्यास किया है।
आदित्य-एल1 लॉन्च के बाद भारत ने रचा था इतिहास
इसरो ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक वीडियो साझा करते हुए कहा, 4 सितंबर को आदित्य-एल1 पर लगे कैमरे द्वारा पृथ्वी और चंद्रमा को देखा गया। इसरो ने 2 सितंबर को शनिवार को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से देश का पहला सौर मिशन – आदित्य-एल1 लॉन्च किया। यह सूर्य का विस्तृत अध्ययन करने के लिए सात अलग-अलग पेलोड ले गया, जिनमें से चार सूर्य से प्रकाश का निरीक्षण करेंगे और अन्य तीन प्लाज्मा और चुंबकीय क्षेत्र के इन-सीटू मापदंडों को मापेंगे।
जानिए आदित्य-एल1 अंतरिक्ष का कितना सफर करेगा तय
आदित्य-एल1 को लैग्रेंजियन पॉइंट 1 के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जो सूर्य की दिशा में पृथ्वी से 1.5 मिलियन किमी दूर है। इसके चार महीने के समय में दूरी तय करने की उम्मीद है।आदित्य-एल1 पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर रहेगा, जो सूर्य की ओर निर्देशित होगा, जो पृथ्वी-सूर्य की दूरी का लगभग 1 प्रतिशत है। सूर्य गैस का एक विशाल गोला है और आदित्य-एल1 सूर्य के बाहरी वातावरण का अध्ययन करेगा।इसरो ने कहा कि आदित्य-एल1 न तो सूर्य पर उतरेगा और न ही सूर्य के करीब आएगा।