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Sukhdev Singh Gogamedi Murder: राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर क्या बोलीं पूर्व सीएम Vasundhara Raje

Desk Team

Sukhdev Singh Gogamedi Murder: जयपुर में मंगलवार (5दिसंबर) दोपहर करीब 1:30 बजे श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सुखदेव सिंह के आवास पर दो बदमाश पहुंचे। ये बदमाश पहले तो सोफे पर बैठकर गोगामेड़ी से बात करने लगे और कुछ देर वे उठे और गोलियां चालानी शुरू कर दी।

HighlightsPoints

  • श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या
  • जयपुर में उनके घर पर बदमाशों ने मारी गोली
  • पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने किया शोक व्यक्त

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर फायरिंग करने के बाद जब बदमाश जाने लगे तो गार्ड की ओर से की गई फायरिंग में एक बदमाश की भी मौत हो गई। बता दें गोली लगने के बाद गोगामेड़ी को मेट्रो मास अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के बाद बड़ी संख्या में उनके समर्थक अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।

श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मीडिया से बात करते हुए अपना षिक व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या दुर्भाग्यपूर्ण है। ईश्वर दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान और शोक संतप्त परिजनों संबल प्रदान करे।

सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के मर्डर के बाद केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स(पूर्व में ट्विटर) पर अपना शोक व्यक्त किया है। उन्होंने पोस्ट में कहा कि श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री सुखदेव सिंह गोगामेड़ी जी की हत्या के समाचार से स्तब्ध हूँ। इस संदर्भ में पुलिस कमिश्नर से जानकारी ली है और आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ़्तारी के लिए कहा है। सामाजिक जनों को शांति और धैर्य रखना होगा। भाजपा सरकार के शपथ लेते ही राज्य को अपराधमुक्त करना हमारी अग्रणी प्राथमिकताओं में है। गोगामेड़ी जी की आत्मा को प्रभु शांति प्रदान करें। परिजनों और समर्थकों- शुभचिंतकों को संबल प्राप्त हो।