जी20 शिखर सम्मेलन से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच करीब 52 मिनट तक मुलाकात हुई। बाइडेन एयरपोर्ट पहुंचने के बाद सीधे पीएम आवास पर पहुंचे। यहां दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता हुई।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुलाकात के बाद एक साझा बयान जारी किया गया। इसमें भारत-अमेरिका की साझेदारी बढ़ाने पर बात हुई। भारत और अमेरिका ने शुक्रवार को सुरक्षित और विश्वसनीय दूरसंचार, लचीली आपूर्ति श्रृंखला और वैश्विक डिजिटल समावेशन के दृष्टिकोण को साझा करते हुए भारत 6जी एलायंस और विक्रेताओं व ऑपरेटरों के बीच सार्वजनिक-निजी सहयोग को मजबूत करने की दिशा में पहले कदम के रूप में एलायंस फॉर टेलीकम्युनिकेशंस इंडस्ट्री सॉल्यूशंस द्वारा नेक्स्ट जी समझौते पर हस्ताक्षर का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय चर्चा के बाद भारत और अमेरिका द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में बताया कि एक लचीली वैश्विक अर्धचालक आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण की दिशा में प्रयासों को दोहराया गया।
अमेरिका अगले 5 साल में 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर भारत में करेगा निवेश
वही,अमेरिका अगले 5 साल में भारत में 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर निवेश करेगा। साथ ही परिवहन क्षेत्र को डीकार्बोनाइजिंग करने के महत्व को दोहराते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भारत में इलेक्ट्रिक गतिशीलता का विस्तार करने का स्वागत किया। इसमें सार्वजनिक और निजी दोनों फंडों के माध्यम से फंडेड पेमेंट सिक्योरिटी सिस्टम के लिए संयुक्त समर्थन भी शामिल हैं। इससे भारतीय PM e-Bus सेवा कार्यक्रम समेत भारत में निर्मित 10,000 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद में तेजी आएगी। जिसमें संबंधित चार्जिंग बुनियादी ढांचा शामिल होगा। दोनों देश ई-मोबिलिटी के लिए वर्ल्ड सप्लाई चेन में विविधता लाने में मदद करने पर सहमत हुए।
भारत में जीई एफ-414 जेट इंजन बनाने के लिए जीई एयरोस्पेस औरएचएएल के बीच समझौते का किया स्वागत
वही प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने 29 अगस्त को कांग्रेस की अधिसूचना प्रक्रिया पूरी होने और भारत में जीई एफ-414 जेट इंजन बनाने के लिए जीई एयरोस्पेस और हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) के बीच एक वाणिज्यिक समझौते के लिए बातचीत शुरू होने का भी स्वागत किया साथ ही सहयोगात्मक रूप से और तेजी से काम करने की सिफारिश की।
एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजने की योजना
भारत और अमेरिका ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने वर्ष के अंत तक मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए एक रणनीतिक ढांचा तैयार करने को लेकर बातचीत शुरू कर दी है। दोनों देश 2024 में एक भारतीय अंतरिक्ष यात्री को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजने की योजना बना रहे हैं।
चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग और आदित्य-एल 1 के सफल प्रक्षेपण पर बाइडेन ने PM मोदी और इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को दी बधाई
आपको बता दे कि चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में चंद्रयान-3 की ऐतिहासिक लैंडिंग के साथ-साथ भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल 1 के सफल प्रक्षेपण पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी।
अंतरिक्ष सहयोग के सभी क्षेत्रों में नई सीमाओं तक पहुंचने के लिए एक रास्ता तय करने के बाद पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने मौजूदा भारत-अमेरिका नागरिक अंतरिक्ष संयुक्त कार्य समूह के तहत वाणिज्यिक अंतरिक्ष सहयोग के लिए एक कार्य समूह की स्थापना के प्रयासों का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच 52 मिनट तक चली वार्ता
वही , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच 52 मिनट तक चली वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया कि बाहरी अंतरिक्ष अन्वेषण में हमारी साझेदारी को प्रगाढ़ बनाने के लिए दृढ़ संकल्पित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (नासा) ने 2024 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के लिए एक संयुक्त मिशन के तौर-तरीकों और प्रशिक्षण पर चर्चा शुरू कर दी है और 2023 के अंत तक मानव अंतरिक्ष उड़ान के लिए एक रणनीतिक ढांचे को अंतिम रूप देने का प्रयास जारी हैं।"
जून में मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने घोषणा की थी कि भारत और अमेरिका 2024 में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर एक अंतरिक्ष यात्री भेजने के लिए सहयोग कर रहे हैं।
बता दे कि भारत और अमेरिका पृथ्वी और अंतरिक्ष संपत्तियों को क्षुद्रग्रहों और निकट-पृथ्वी वस्तुओं के प्रभाव से बचाने के लिए ग्रह रक्षा पर समन्वय बढ़ाने का भी इरादा रखते हैं, जिसमें लघु ग्रह केंद्र के माध्यम से क्षुद्रग्रह का पता लगाने और ट्रैकिंग में भारत की भागीदारी के लिए अमेरिकी समर्थन भी शामिल है।
पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति ने अमेरिकी कंपनियों, माइक्रोन, एलएएम रिसर्च और एप्लाइड मैटेरियल्स द्वारा जून 2023 में की गई घोषणाओं के चल रहे कार्यान्वयन पर संतोष जताया।
उन्होंने ओपन आरएएन और 5जी/6जी प्रौद्योगिकियों में अनुसंधान एवं विकास के क्षेत्र में सहयोग पर ध्यान केंद्रित करते हुए दो संयुक्त कार्य बलों की स्थापना को भी स्वीकार किया।
एक प्रमुख भारतीय दूरसंचार ऑपरेटर में 5जी ओपन आरएएन पायलट फील्ड तैनाती से पहले यूएस ओपन आरएए निर्माता द्वारा शुरू किया जाएगा। इससे संबंधित समझौते पर पीएम मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए।
पीएम मोदी और जो बाइडेन ने अपनी रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने में प्रौद्योगिकी की परिभाषित भूमिका की पुष्टि की और आपसी विश्वास के आधार पर खुली, सुलभ, सुरक्षित और लचीली प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र और मूल्य श्रृंखला बनाने के लिए महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी (आईसीईटी) पर भारत-अमेरिका पहल के माध्यम से चल रहे प्रयासों की सराहना की।
बयान में कहा गया है कि अमेरिका और भारत 2024 की शुरुआत में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सह-नेतृत्व में अगली वार्षिक आईसीईटी समीक्षा की दिशा में गति जारी रखने के लिए सितंबर में आईसीईटी की मध्यावधि समीक्षा करने का इरादा रखते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनके बीच सातवें और आखिरी बकाया विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) विवाद के समाधान की सराहना की। यह जून में डब्ल्यूटीओ में छह बकाया द्विपक्षीय व्यापार विवादों के अभूतपूर्व समाधान के बाद हुआ है।