प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र शुरू होने से पहले कहा कि यह संसद का सत्र छोटा है लेकिन समय के हिसाब से 'बहुत बड़ा', 'मूल्यवान' और 'ऐतिहासिक निर्णयों' का है। सत्र के पहले दिन संसद भवन परिसर में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इस सत्र की एक विशेषता ये है कि 75 साल की यात्रा अब नए मुकाम से शुरू हो रही है।
भारत के उज्ज्वल भविष्य का संकेत-PM
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता और जी 20 के सफल आयोजन के बायद यह सत्र आरंभ हो रहा है, इसलिए इसका महत्व और बढ़ जाता है। जी20 में भारत हमेशा इस बात के लिए गर्व करेगा कि हम ग्लोबल साउथ की आवाज बनें। अफ्रीकन यूनियन को स्थायी सदस्यता और सर्वसम्मति से जी20 का घोषणापत्र, ये सारी बातें भारत के उज्ज्वल भविष्य का संकेत दे रही हैं।
यह सत्र बहुत मूल्यवान है-PM
गणेश चतुर्थी के दिन मंगलवार को नए संसद में कामकाज होने का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नए स्थान पर यात्रा को आगे बढ़ाते समय, नए संकल्प, नई ऊर्जा और नए विश्वास से काम करना है। 2047 तक देश को विकसित बनाना है। इसके लिए जितने भी निर्णय होने वाले हैं, वो सभी इस नए संसद भवन में होंगे।'' उन्होंने कहा कि उमंग और विश्वास के साथ 'हम नये सदन में प्रवेश करेंगे।'