मोदी सरकार जब से देश के अंदर आई है तब से भारत में कई बड़े-बड़े बदलाव हुए। मोदी सरकार के आने के बाद देश में उन गुलामी की निशानियां को भी हटा दिया गया जो हमें यह जता रही थी कि हम एक वक्त में अंग्रेजों के गुलाम थे। जी हां हम बात कर रहे हैं साल 1947 की जब हमारा देश गुलामी से मुक्त हो गया लेकिन फिर भी अंग्रेजों की कई निशानियां भारत में अब तक थी जिनको मोदी सरकार के कार्यकाल में बदल दिया गया है। और यह वही वजह है जिसके कारण नए भारत को पूरी दुनिया में नई पहचान मिली है। आज भारत ऊंचाइयों की कदम छू रहा है तो उसमें एक हाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी है। प्रधानमंत्री की कार्यकाल को पूरे 10 साल होने वाले हैं और जल्द ही लोकसभा चुनाव भी होने वाले हैं लेकिन आपको उससे पहले बता दे की पीएम मोदी के कार्यकाल में देश के अंदर कई ऐसे बदलाव हुए जिन्होंने अंग्रेजों की पुरानी निशानियां को ही हटा दी और भारत को एक नया पहचान दिला दिया। आईए जानते हैं क्या है वह बदलाव?
यह है वह बदलाव-
- सबसे पहले तो आप काफी अच्छे से जानते होंगे जी हां हम बात कर रहे हैं पुराने संसद भवन की जिसकी नीव अंग्रेजो के द्वारा रखी गई थी। लेकिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत को और देश के लोकतंत्र को एक नया इमारत मिल गया जिसे गुलामी की पुरानी पहचान को हटकर देश को नया संसद भवन दिलवाया।
- दूसरा यह की भारतीय नौसेना के झंडे पर जो पहले द जॉर्ज क्रॉस को हटवाकर शिवाजी महाराज की मुद्रा लगवाई गई जिससे भारतीय नौसेना को भी भारतीय पहचान मिला और गुलामी के चिन्ह से मुक्ति।
- तीसरा यह की ब्रिटिश काल के राजपथ का नाम हटवा कर कर्तव्य पथ रखा गया। जो भारत की एक बड़ी शान है।
- चौथा यह की ब्रिटिश किंग जॉर्ज के मूर्ति के पास नेताजी सुभाष चंद्र बोस की स्टेचू बनवा गई जो हर भारतीय को गौरवान्वित कर देता है।
- पांचवा यह की अंग्रेजों के जमाने से सुनते आ रहे दिल्ली में मौजूद मुगल गार्डन के नाम को भी बदल गया जिसको अब हम अमृत उद्यान के नाम से जानते हैं। भारत सरकार ने सिर्फ यह बदलाव ही नहीं किया बल्कि उन्होंने अंग्रेजों की निशानी के सामने भारत देश की नई निशानी खड़ी कर दी जो गुलामी के हर स्तर को गायब कर देता है।