बिहार के मुख्यमंत्री का एक दल से दूसरे दल में जाने का यह सिलसिला 10 साल से ही जारी है जहां उन्होंने 10 साल के भीतर चार बार सियासी पलटी मारी है। हाल ही में g20 में हुई बैठक के दौरान बिहार की गलियों में उनके पीएम मोदी के साथ आई नीतीश कुमार की तस्वीर को लेकर खुलकर चर्चा की जा रही है। जहां उन्होंने g20 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। एनडीए गठबंधन के टूटने के बाद नीतीश कुमार जिस तरह से इस समारोह में दिखाई दिए यह मुलाकात उससे बेहद अलग थी दोनों के बीच जिस तरह के हावभाव दिख रहे थे उसे कई तरह के कयास भी लगने शुरू हो गए हैं। बता दे की साल 2017 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ नीतीश कुमार की कुछ ऐसी ही मुलाकात हुई थी जिसके बाद सिर्फ दो महीने के अंतराल में ही नीतीश कुमार ने महागठबंधन से नाता तोड़ खुद को एनडीए में शामिल कर लिया था और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली थी।
एनडीए से अलग होने के बाद भी नीतीश कुमार पर महागठबंधन इंडिया को शक!
साल 2022 में तेजस्वी यादव से बिहार के मुख्यमंत्री की 1 घंटे तक मुलाकात जिसके सिर्फ दो महीने बाद ही उन्होंने एनडीए से भी नाता तोड़ लिया बता दे की जी-20 में आई दोनों की तस्वीर के बाद पक्ष और विपक्ष गठबंधन का संयोजक ना बनाए जाने से नीतीश कुमार के कथित नाराजगी की खबरें भी सामने आ रही है। ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि दिल्ली में हुई यह मुलाकात एक प्रोटोकॉल का हिस्सा ही थी या फिर कुछ और ही वजह थी? चलिए आपको बताते हैं कि कब कब नीतीश कुमार ने गठबंधनों से अपना नाता तोड़ा है?
कब-कब नीतीश कुमार ने तोड़ा पार्टियों से नाता?
- पहला 2013 में जब वह नरेंद्र मोदी के विरोध में एनडीए से अलग हुए थे।
- दूसरा 2015 में जो राजद ने कांग्रेस के साथ महागठबंधन बनाया था।
- तीसरा साल 2017 में जब महागठबंधन से अलग होकर नीतीश कुमार एनडीए में शामिल हो गए थे।
- चौथा साल 2022 में जब एनडीए से नाता तोड़ फिर नीतीश कुमार महागठबंधन का हिस्सा बने।